दिल्ली में नवंबर सूखा, सर्दियों की दस्तक अब भी दूर

November 18, 2024 12:22 PM | Skymet Weather Team

राष्ट्रीय राजधानी में लंबे समय से सूखा पड़ा हुआ है, जिससे प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। यह स्थिति अब किसी चिकित्सा आपातकाल जैसी हो गई है, जिसे केवल बारिश ही सुधार सकती है। हालांकि, पहले शीतकालीन बारिश की संभावना बिल्कुल नहीं दिख रही है, जिससे आने वाले दिन और खराब हो सकते हैं। मॉनसून की वापसी के बाद अक्टूबर महीना पूरी तरह से शुष्क रहा और यह रुझान नवंबर के अंत तक जारी रहने की संभावना है।

नवंबर का पहला पखवाड़ा रिकॉर्ड पर सबसे गर्म: नवंबर का पहला आधा हिस्सा अब तक का सबसे गर्म रह सकता है। न्यूनतम तापमान 15°C से नीचे नहीं गिरा, यहां तक कि एक दिन भी नहीं। पिछले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान लगभग 1°C बढ़ा है। सफदरजंग वेधशाला ने आज न्यूनतम तापमान 16.2°C दर्ज किया, जो सामान्य से लगभग 4°C अधिक है। कोहरे और प्रदूषण की मोटी परत ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। आधी रात से सुबह तक दृश्यता 100 मीटर तक सीमित रही। प्रदूषण की मोटी परत ने तापमान में गिरावट को भी रोक दिया है।

पश्चिमी विक्षोभ और ठंडी हवाओं का प्रभाव: एक पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में ठंडी और शुष्क हवाओं ने तापमान को कम कर दिया है। अमृतसर, पठानकोट, हिसार और सिरसा जैसे स्थानों पर पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में लगभग 3°C की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, ठंडी हवाएं दिल्ली/एनसीआर के प्रदूषण के मोटे आवरण को पार नहीं कर सकीं। दिल्ली और उसके आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जो संभवतः अब तक का सबसे खराब है।

आगामी पश्चिमी विक्षोभ का सीमित प्रभाव: 23 से 25 नवंबर के बीच एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पहाड़ों से गुजरेगा, लेकिन इसका असर केवल ऊंचाई वाले क्षेत्रों तक सीमित रहेगा। मैदानी इलाकों में इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। नवंबर में दिल्ली को इन्हीं परिस्थितियों में रहना होगा क्योंकि बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसमी बदलाव और पश्चिमी विक्षोभ का हल्का प्रभाव 20 और 21 नवंबर को न्यूनतम तापमान को थोड़े समय के लिए 13-14°C तक ला सकता है। लेकिन इसके बाद तापमान फिर से बढ़कर मध्य किशोरावस्था (15-16°C) के आसपास रहेगा।

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