पिछले सप्ताह मैदानी इलाकों में व्यापक बारिश और पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हुई थी। जिसके बाद से उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है। जिसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली ज्यादा प्रभावित हैं। वहीं, उत्तरी मध्य प्रदेश में भी ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मौसम की ऐसी स्थिति बिना किसी राहत के इस सप्ताह तक बने रहने की संभावना है, जिससे सर्दी का असर तेज हो सकता है।
क्या है ठंडा और बहुत ठंडा दिन: ठंडे दिन की स्थिति की घोषणा तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10°C से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.4°C नीचे हो। बेहद ठंडा दिन तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 6.5°C नीचे हो। वहीं, मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर (Cold Wave) की घोषणा तब की जाती है, जब न्यूनतम तापमान 10°C या उससे कम हो और सामान्य से 4.5°C कम हो। या जब न्यूनतम तापमान 4°C या उससे कम हो। भयंकर ठंड की लहर (Severe Cold Wave) जब होतीहै, जब तापमान सामान्य से 6.5°C या उससे अधिक नीचे चला जाता है या फिर न्यूनतम तापमान 2°C या उससे कम हो।
पश्चिमी विक्षोभ के बाद ठंडी हवाओं का असर:आमतौर पर पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवाएँ पहाड़ों की ढलानों से तेज़ होकर मैदानी इलाकों में बहने लगती हैं। हालांकि, आसमान में धुंध छाए रहने के कारण न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट नहीं हो रही है। लेकिन ठंड का एहसास(Feel Like Chill) काफी हद तक बढ़ सकता है। कोहरा और बर्फीली हवाओं दिन के तापमान को बढ़ने से रोक रही हैं। जिससे तापमान सामान्य से काफी नीचे बना हुआ है। वर्तमान में मैदानी क्षेत्रों में दिन का तापमान 4°C से कम सामान्य रहते हुए 10-15°C के बीच बना हुआ है।
ठंड की स्थिति और आगे का पूर्वानुमान: उत्तर भारत के मैदनी इलाकों मेंकड़ाके वाले ठंडे दिन की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, रात के तापमान में तेज़ गिरावट नहीं होने के कारण भीषण शीत लहर चलने की संभावना नहीं है। क्योंकि रात का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या उससे कम नहीं हो सकता है। एक के बाद एक आने वाले पश्चिमी विक्षोभ न्यूनतम तापमान में किसी भी तेज गिरावट को रोकेंगे। लेकिन सप्ताहांत तक और अगले सप्ताह की शुरुआत में भयंकर ठंड की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो सकती है।
इस से मौसम में सुधार के आसार: फिलहाल, उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में इस सप्ताह ठंडे और बेहद ठंडे दिन की स्थिति बनी रहेगी। कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण दिन के तापमान में गिरावट जारी रहेगी, जबकि रात के तापमान में बड़ा बदलाव नहीं होगा। सप्ताहांत तक स्थिति में सुधार की उम्मीद है।