उत्तर भारत में सूखे खेत और धूल से भरा आसमान आखिरकार राहत की सांस ले सकता है। क्योंकि 1 फरवरी से इस क्षेत्र में बारिश होने की उम्मीद है। जबकि जनवरी काफी हद तक शुष्क रही है, फरवरी में पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और दिल्ली में भी बारिश शुरू हो जाएगी।
इसका मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभों की एक शृंखला है जो पश्चिमी हिमालय की ओर आ रही है। पहाड़ों में भारी बर्फबारी और भारी बारिश होने की संभावना है। ये विक्षोभ उत्तर भारत में एक चक्रवाती परिसंचरण बना सकते हैं, जिससे बारिश होने की संभावना बढ़ जाएगी।
उम्मीद है कि फरवरी के पहले सप्ताह में बारिश धीरे-धीरे विस्तार और तीव्रता दोनों में बढ़ेगी। उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है, जिससे शुष्क परिदृश्यों को राहत मिलेगी। बारिश के दौरों के बीच छोटे अंतराल की उम्मीद है, लेकिन समग्र पूर्वानुमान पिछले शुष्क महीने की तुलना में उत्तर भारत में अधिक अच्छी बारिश होने की संभावना है। 3 से 5 फरवरी के बीच पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश भी हो सकती है तथा कुछ स्थानों पर ओले भी गिर सकते हैं।
जबकि छिटपुट ओलावृष्टि की संभावना सावधानी का संकेत देती है। समग्र पूर्वानुमान सूखे से राहत और क्षेत्र में कृषि और पानी की उपलब्धता को बहुत जरूरी बढ़ावा देने का वादा करता है। तो, अपने डस्ट मास्क को छाते के बदले बदलने के लिए तैयार हो जाइए। क्योंकि उत्तर भारत बरसाती फरवरी का स्वाद चखने के लिए तैयार है।
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