मुंबई में अगले लगभग एक सप्ताह तक अच्छी मानसून गतिविधि होने की संभावना नहीं है। मौसम की यह कमजोर स्थिति शायद आगे भी जारी रह सकती है। मुंबई में सामान्य बारिश के मुख्य कारण गायब हैं और निकट भविष्य में इनके उभरने की उम्मीद नहीं है। इससे पहले मुंबई में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज हुई थी। जिसमें मासिक 1703.7 मिमी बारिश हुई थी, जो जुलाई महीने की सबसे अधिक बारिश थी। यह पिछले साल 2023 में जुलाई में सबसे उच्चतम 1768 मिमी बारिश के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, इसके विपरीत, इस साल अगस्त रिकॉर्ड पर सबसे शुष्क महीनों में से एक बनने की ओर बढ़ रहा है। जब तक अगस्त के दूसरे भाग में कोई भारी बारिश नहीं हो जाती है।
इस कारण नहीं हो रही बारिश: मानसूनी बारिश का मुख्य कारण अपतटीय ट्रफ रेखा है, जो दक्षिण तटीय गुजरात से केरल तक फैली हुई है। यह ट्रफ अभी पूरी तरह से निष्क्रिय है और इसके दोबारा उभरने की कोई उम्मीद नहीं है। वहीं, मानसून के निम्न दबाव क्षेत्र और अवसाद(डिप्रेशन) का बनना भी मुंबई में भारी बारिश होने के मुख्य काऱण हैं। लेकिन, कम से कम अगले एक सप्ताह तक किसी नए निम्न दबाव क्षेत्र के विकास के कोई संकेत नहीं हैं। इसके अलावा मौसमी मानसून ट्रफ, जो कभी-कभी मुंबई में बारिश बढ़ाने के लिए दक्षिण की ओर भटक जाती है, अभी सुरक्षित दूरी पर सामान्य स्थिति में है। इसमें अभी कोई बदलाव होने की संभावना नहीं है। अरब सागर से कोंकण तट की ओर बहने वाली मजबूत पश्चिमी हवाएं नहीं आ रही हैं। अरब सागर की धारा हल्की है और समुद्र तट की ओर झुकी हुई है। जो मानसून गतिविधि में किसी तरह की तेजी आने के लिए अनुकूल नहीं हैं।
अगस्त में मुंबई में कम बारिश: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अगस्त में अब तक 189 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जबकि, अगस्त महीने की सामान्य वर्षा 585.2 मिमी है। पिछले एक सप्ताह से मुंबई में दैनिक आधार पर केवल एक अंक में बारिश हुई है। इस महीने में मुंबई में सिर्फ एक बार सामान्य बारिश दर्ज की गई है। गौरतलब है, मुंबई में 4 अगस्त को 24 घंटे में 24 घंटे में 97 मिमी बारिश हुई थी, जो तीन अंकों के रिकॉर्ड से कुछ ही कम है। इसके बाद शहर में कोई खास बारिश नहीं हुई है। गौरतलब है, मुंबई शहर के लिए मानसून का जल्द सक्रिय होना कठिन नजर आ रहा है। हालांकि, कम से कम अगले 10 दिनों तक हल्की और अनियमित बारिश जारी रहेगी। हां, अगर कोई नई मौसम प्रणाली बनती है तो, उसकी निगरानी की जाएगी, जिससे मानसून गतिविधियों की बहाली हो सके।
फोटो क्रेडिट: इंडियन एक्सप्रेस