मुंबई में अगले एक सप्ताह या दस दिनों में सामान्य भारी बारिश होने की संभावना नहीं है। इस दौरान ज्यादातर हल्की और कुछ समय के लिए मध्यम बारिश हो सकती है। गौरतलब है, अगस्त में सामान्य मासिक बारिश 585.8 मिमी होती है, जो सबसे ज्यादा बारिश वाले महीने जुलाई से काफी कम है। जुलाई 2024 में सामान्य 840.7 मिमी के मुकाबले कुल 1703.7 मिमी बारिश हुई थी, जो दूसरा सबसे अधिक वर्षा वाला महीना था। अगस्त में अब तक 173 मिमी बारिश हो चुकी है, अब मुंबई में जुलाई महीने जैसी भारी बारिश दोबारा होने की संभावना नहीं है।
मानसून और मौसम संबंधी परिस्थितियाँ: सामान्य तौर पर कोंकण तट और मुंबई मे भारी बारिश तब होती है, जब कुछ विशिष्ट मौसम संबांधी परिस्थितियां बनती हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर आने वाली कोई भी मानसून प्रणाली जैसे निम्न दबाव या अवसाद, अरब सागर से आने वाली मानसून धारा को पश्चिमी घाट के साथ तेज कर देती है। अगले 10 दिनों तक ऐसी कोई प्रणाली बनने की संभावना नहीं है। पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तरी महाराष्ट्र और गुजरात पर कोई भी चक्रवाती परिसंचरण कोंकण तट पर मानसून की धारा को मजबूत करता है। अगस्त के पहले भाग के दौरान ऐसी स्थिति संभव नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण और अर्ध-स्थायी विशेषता दक्षिण गुजरात से केरल तक अपतटीय ट्रफ बनी हुई है। यह विशेषता अगले 10 दिनों तक निष्क्रिय रहेगी। इस स्थिति में मुंबई में अगस्त के तीसरे सप्ताह तक भारी बारिश होने की संभावना नहीं है।
मानसून ट्रफ और मुंबई का मौसम: मानसून ट्रफउत्तरी मैदानी इलाकों में बने रहने की संभावना हैऔर इसका पूर्वी छोर पहाड़ियों के पास रहेगा। ट्रफ में बहुत कम उतार-चढ़ाव की उम्मीद है। ऐसी स्थितियाँ कोंकण तट पर मौसम की गतिविधियों के अनुकूल और तेज नहीं होंगी। वहीं, अरब सागर से आने वाली पश्चिमी धारा सीधी और अप्रभावित रहेगी। घाटों का भौगोलिक प्रभाव कुछ दिनों में छोटे पैमाने पर स्थानीय स्तर पर हलचल पैदा कर सकता है। मुंबई में 10 से 12 अगस्त के बीच एक या दो बार मध्यम बारिश होने की संभावना है, लेकिन इससे कोई व्यवधान नहीं होगा। मौसम की स्थिति में बदलाव लाने के लिए बंगाल की खाड़ी के ऊपर ताजा मानसून सिस्टम बनना बहुत जरूरी है। ऐसा सिस्टम बनने का संकेत अगस्त के तीसरे सप्ताह तक नहीं दिख रहा है। इसीलिए मुंबई में 20 अगस्त तक सामान्य मानसूनी बारिश की संभावना नहीं है।
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