देश की आर्थिक राजधानी मुंबई प्री-मानसून सीज़न में अब तक शुष्क बनी हुई है। मुंबई में13 मई को भारी बारिश और 16 मई को हल्की बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, प्री-मानसून महीने मई में यहां सिर्फ 21 मिमी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, मौजूदा सप्ताह मुंबई के काफी अच्छा होने वाला है। क्योंकि, दक्षिण-पश्चिम मानसून आने से पहले इस सप्ताह के दौरान ज्यादा प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है। जो मुबंई के मौसम को ठंडा और नम बनाए रखेगी।
प्री-मानसून बारिश की संभावना: कोंकण तट के पास से अभी तक खास दक्षिण-पश्चिमी हवाएं नहीं चल रही हैं। पश्चिमी घाट के लम्बवत चलने वाली मजबूत दक्षिण-पश्चिमी या पश्चिमी हवाएँ मुंबई में तेज बारिश के लिए अनुकूल होती हैं। बारिश के जरूरी यह पैटर्न अगले एक सप्ताह तक दिखाई देने की संभावना नहीं है। हालाँकि, इस सप्ताह के दौरान कुछ प्री-मानसून गतिविधियों (बारिश, आँधी, तेज हवाएं, गर्जना) के लिए परिस्थितियाँ अच्छी हो रही हैं। जिससे हम कह सकते है कि पश्चिमी घाट पर तेज बारिश लाने वाली हवाएँ फिलहाल अनुपस्थित हैं, लेकिन कुछ प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है।
बादलों से नहीं बढ़ेगा तापमान: अरब सागर के ऊपर हल्की पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से अगले 3-4 दिनों तक मुंबई में बादल छाए रहने और मध्यम समुद्री हवा चलने की संभावना है। आसमान में बादल छाए रहने से तापमान में बढ़ोतरी नहीं होगी, लेकिन हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, इस सप्ताह के मध्य तक मुंबई में हल्की बारिश की संभावना है। 07 जून को अरब सागर में कोंकण तट पर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने के आसार हैं। जोकि छोटे पैमाने की सुविधा होगी, लेकिन मुबई में 07 से 10 जून के बीच सामान्य प्री-मानसून बारिश लाने के लिए काफी होगी।
मुंबई के इन क्षेत्रों में बारिश: बता दें, प्री-मानसून बारिश खासतौर पर पश्चिमी घाट के ऊपर गोवा-कोंकण तट तक ही सीमित रहेगी। ज़्यादा से ज़्यादा बारिश मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों तक फैल सकती है। लेकिन, यह बारिश महाराष्ट्र के अंदरूनी हिस्सों में गहराई तक नहीं जाएगी, जिससे मानसून इन क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाएगा। इसके बावजूद, गोवा, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, अलीबाग, मुंबई, ठाणे और दहानू जैसे तटीय शहरों में मध्यम बारिश होगी और जल्द से जल्द मानसून शुरू हो सकती है।
फोटो क्रेडिट: हिन्दुस्तान टाइम्स