मुंबई में पिछले 24 घंटों में बहुत भारी बारिश हुई है, जिसमें 268 मिमी की भारी बारिश दर्ज की गई है। बता दें, जुलाई के लिए शहर का मासिक औसत 840.7 मिमी है। गौरतलब है, यह एक दशक में 24 घंटे के दौरान हुई सबसे अधिक वर्षा है। हालांकि, 2005 में बना 944.2 मिमी बारिश का सर्वकालिक रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है। लेकिन, हाल में मुंबई में हो रही बारिश ने बड़े पैमाने पर मुश्किले खड़ी कर दी हैं।
भारी बारिश होने का कारण: भारी बारिश का कारण कोंकण और गोवा के ऊपर समुद्र तल से 5.4 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण है, साथ ही दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तक एक ट्रफ रेखा भी है। इस मौसम प्रणाली के कारण मुंबई, गोवा और तटीय कर्नाटक सहित कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश हुई है। अब तक गोवा में 361 मिमी, हरनाई में 172 मिमी, और रत्नागिरी में 74 मिमी बारिश दर्ज हुई है।
11 जुलाई को तेज बारिश: पश्चिमी तट पर मानसून सक्रिय है, जिससे अगले 2-3 दिनों तक दक्षिण कोंकण, गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है। मुंबई और इसके उपनगरों में कभी-कभी तीव्र बारिश के साथ मध्यम बारिश की संभावना है। 11 जुलाई से बारिश की तीव्रता फिर से बढ़ने के आसार हैं।
भारी बारिश से यातायात प्रभावित: मुंबई में सुबह हुई बारिश के कारण सड़कों और रेलमार्गों पर यातायात बाधित हुआ है। कई उड़ानें रद्द कर दी गईं, कई अपने समय से देर से चल रही है या फिर उनका मार्ग बदल दिया गया है। एहतियात के तौर पर मुंबई में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए और साथ ही लोकल ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
मुंबईकर बरतें सावधानी: जहां दोपहर के समय मुंबई में बारिश की तीव्रता कम होने का अनुमान है। वहीं, शाम और रात में मध्यम बारिश की संभावना है। मुंबईकरों को सलाह दी जाती है कि यदि संभव हो तो घर के अंदर ही रहें, क्योंकि कई इलाकों में ट्रैफिक जाम और जलभराव की खबरें पहले ही आ चुकी हैं।
फोटो क्रेडिट: हिंदुस्तान टाइम्स