नेपाल में बारिश का दौर जारी है, जहाँ रविवार से रूक-रूक कर वर्षा हो रही है। यद्यपि बारिश का ये मौसम अगले 72 घंटों तक जारी रहेगा, लेकिन सोमवार को इसने हल्की राहत दी है। आसमान 3-4 घंटों के लिए साफ रहा जिससे कुछ भागों, विशेषकर काठमाण्डू घाटी में धूप खिली रही। जबकि दोपहर से बादल छाने लगेंगे और मेघगर्जना होने की संभावना है।
काठमांडू के पास वाले पर्वतीय इलाकों में इस दौरान खराब मौसम के चलते स्थिति अत्यंत संवेदनशील रहेगी। वायुमंडल में आमतौर पर बड़ी मात्र में नमीं मौजूद रहती है, जो मामूली गर्मी पाते ही बारिश में परिणित हो जाती है। पश्चिमी विक्षोभ भी इस समय इन भागों में हल्की बारिश देता है, हालांकि यह बहुत महत्वपूर्ण पहलू नहीं है।
एक पश्चिमी विक्षोभ नेपाल को पार करने वाला है, जो कि देश को सीधे तौर पर प्रभावित तो नहीं करेगा लेकिन हिमालयी क्षेत्रों में इससे बादल छाएंगे और मेघगर्जना हो सकती है। इस समय उत्तर भारत के पास से एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है जिससे जम्मू व कश्मीर के कुछ भागों में वर्षा हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ के अगले 24 घंटों में हिमालय की तराई वाले इलाकों से होते हुये पूर्व दिशा में बढ़ने का अनुमान है, जिससे नेपाल और पूर्वी भारत में मौसमी बादल सकता है।
मौसम में आए इस परिवर्तन से नेपाल में बड़े पैमाने पर जारी राहत और बचाव कार्य में बाधा आ सकती है। मीडिया खबरों के मुताबिक इस आपदा में अब तक लाभग 3000 लोग मारे जा चुके हैं। चूंकि राहत और बचाव कार्य अभी जारी है इसलिए मृतकों की संख्या में और इजाफा होने का अनुमान है।
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