राजधानी दिल्ली मानसून के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही है। अगले 3-4 दिनों में मानसून की उत्तरी सीमा देश के बड़े हिस्से को कवर करने के लिए बड़ी छलांग लगाएगी। इस दौरान मानसून की धारा को इंडो-गंगा के मैदानी इलाकों, उत्तरी पहाड़ों के प्रमुख हिस्सों को कवर करने और दिल्ली की ओर बढ़ने के लिए एक मजबूत दबाव मिलेगा। वहीं, पंजाब औऱ हरियाणा के कुछ हिस्सों में बारिश थोड़े पहले शुरू हो सकती है।
लू चलने की संभावना नहीं: दिल्ली में लू की स्थिति पहले ही खत्म हो चुकी है। एनसीआर क्षेत्र में कई स्थानों पर दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। गौरतलब है, जून के दूसरे पखवाड़े (आखिरी के 15 दिन) के दौरान सामान्य तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है। इस तरह कल 25 जून को दिल्ली में अधिकतम तापमान 39.7°C रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य तापमान से लगभग 3°C अधिक है। राजधानी में इसी स्तर का तापमान बना रहेगा, लेकिन लू चलने की संभावना नहीं है।
सामान्य से बहुत कम बारिश: इस साल प्री-मानसून महीनों के दौरान दिल्ली में लगभग सूखे जैसी स्थिति देखी गई है। मार्च में 75%, अप्रैल में 54% और मई में 99% बारिश की कमी रही है। शुष्क मौसम का सिलसिला जून में भी जारी है। जून महीने में भी दिल्ली में ज्यादा बारिश नहीं हो रही है। जून में अब तक केवल 6.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि मासिक सामान्य बारिश 74.1 मिमी है।
14 सालों में सबसे ज्यादा गर्म दिन: दिल्ली में हो रही भयंकर गर्मी का मुख्य कारण बारिश की कमी भी थी। राजधानी शहर में मई और जून में 14 हीट वेव वाले दिन दर्ज किए गए हैं, जो पिछले 14 सालों में सबसे अधिक है। मानसून जल्द ही दिल्ली में दस्तक देने के लिए तैयार है, जिससे दिल्ली में जून के आखिर के कुछ दिनों में अच्छी बारिश हो सकती है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: 27 जून को पंजाब, उत्तरी राजस्थान और उत्तरी पाकिस्तान क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण उभर रहा है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ इस प्रणाली से निकलकर अगले कुछ दिनों तक दिल्ली के पास रहेगा। इस बीच, बंगाल की खाड़ी से एक चक्रवाती परिसंचरण भूमि पर आगे बढ़ रहा है, जो इस विशेषता को मजबूत कर रहा है। कमोबेश, यह ट्रफ इंडो-गंगा के मैदानों के साथ फैलेगा और मौसमी मानसून ट्रफ का आकार ले लेगा।
दिल्ली में मानसून का आगमन: दिल्ली में आज से प्री-मानसून की बारिश शुरू होने की संभावना है, जो मानसून के आने तक जारी रहेगी। इस दौरान तेज हवाओं, गरज के साथ आँधी या धूल भरी आँधी के बाद तेज बारिश की संभावना है, जो मानसून का स्वागत करने के मुख्य आकर्षण होंगे। दिल्ली में 28 जून से 30 जून के बीच कभी भी मानसून पहुंचने की संभावना है। बता दें, 29 जून को मानसून की पहली बारिश हो सकती है। जिस कारण शहर और उपनगरों में 29 और 30 जून को भारी बारिश की उम्मीद की जा सकती है। जून के पहले तीन सप्ताह की तेज गर्मी के बाद अब आने वाला सप्ताहांत काफी सुखद होने की संभावना है।
फोटो क्रेडिट: हिंदुस्तान टाइम्स