जून की शुरुआत से ही मुंबई में अच्छी प्री-मानसून बारिश हो रही है। 1 से 8 जून के बीच मुंबई में मासिक औसत 493.1 मिमी के मुकाबले 135.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मानसून ने पश्चिमी तट पर लगातार प्रगति की है और समय से पहले ही महाराष्ट्र तट पर अलीबाग तक पहुंच गया है। अब अगले 2 से 3 दिनों में मॉनसून के मुंबई में दस्तक देने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। 12 जून तक मुंबई और उपनगरों में बारिश बढ़ेगी। दक्षिण गुजरात तट के पास पूर्वोत्तर अरब सागर पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र समुद्र तल से लगभग 4.5 किमी ऊपर बना हुआ है। यह चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तरी महाराष्ट्र तट की ओर बढ़ेगा। देश के दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी में 11 जून तक एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। यह निम्न दबाव का क्षेत्र एक डिप्रेशन में परिवर्तित हो सकता है और इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की उम्मीद है। इन दोनों मौसम प्रणालियों का संयुक्त प्रभाव से 13 जून से मुंबई सहित कोंकण और गोवा में भारी बारिश की गतिविधियां शुरू कर सकता है। मुंबई में 13 से 15 जून के बीच भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिससे कई हिस्सों में जलभराव और अचानक बाढ़ आ सकती है।
मानसून के मौसम में मुंबई में भारी बारिश, जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ आना अब आम बात हो गई है। 13 से 15 जून के बीच होने वाली भारी बारिश के चलते मुंबई जून की बारिश का औसत महीने के पहले पखवाड़े में ही पूरा कर सकता है।
स्काईमेट इस आगामी भारी बारिश के बारे में बीएमसी और जनता को सचेत करना चाहता है। हम बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ अरब सागर में विकसित हो रहे मौसम प्रणालियों पर गहरी नजर रख रहे हैं। और हम ताजा स्थिति के बारे में अपडेट करते रहेंगे।