राजस्थान और मध्य प्रदेश के इलाकों पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण यहाँ मूसलाधार बारिश देखने को मिली है और ऐसा लगता है कि अभी उसी मौसमी सिस्टम की आवाजाही के कारण और बारिश होने वाली है।
यह मौसमी सिस्टम 26 जुलाई के आसपास बना था, और तब से यह विभिन्न भागों में सक्रिय है, जिसके परिणामस्वरूप इसके मार्ग में पड़ने वाले इलाकों में मौसम की गतिविधियाँ होती रही। इसके परिणामस्वरूप मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में सैकड़ों मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है।
अब, एक प्रभावी निम्न दबाव क्षेत्र जोकि एक निम्न दबाव में परिवर्तित हो गया है, इसके और बदलने की संभावना है। हालांकि, एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र होने के बावजूद, सिस्टम आज मामूली बदलाव के साथ वहीं बना रहेगा।
आज, इस मौसमी सिस्टम के परिणामस्वरूप दक्षिण-पूर्वी इलाकों जिनमे कोटा, झालावाड़, बारां, बूंदी समेत सवाई माधोपुर में कुछ बारिश होने के आसार हैं। भोपाल, विदिशा सहित पश्चिमी मध्य प्रदेश के आस-पास के क्षेत्र अशोक नगर और गुना तक भी फैले हुए हैं। आज के लिए इंदौर, उज्जैन, खरगोन, खंडवा में कुछ बारिश की गतिविधियों से इंकार नहीं किया जा सकता है।
06 अगस्त तक, सिस्टम थोड़ा उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए आंशिक रूप से राजस्थान से बाहर निकल जाएगा। बारिश मध्य प्रदेश समेत उत्तर प्रदेश के झांसी, ललितपुर, आगरा, मथुरा आदि शहरों में भी बारिश शुरू हो जाएगी। इसके अलावा 7 अगस्त को सिस्टम उन्हीं इलाकों में रहेगा जिससे उत्तराखंड सहित देश के उत्तरी हिस्सों के कुछ इलाकों में भी बारिश हो सकती है।
दरअसल, चूंकि यह सिस्टम मॉनसूनी ट्रफ रेखा को खींचेगा, जो दिल्ली से होकर गुजरेगी। जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी में कल और साथ ही 7 अगस्त को मध्यम बारिश की संभावना है। इसके अलावा रोहतक, रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत शहरों सहित हरियाणा के आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है। इसी समय सीमा के दौरान पंजाब के आसपास के इलाकों में भी बारिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।