महाराष्ट्र के सभी भागों को या तो सामान्य से अधिक बारिश मिली है या सामान्य के आसपास। कोंकण और गोवा में 17%, मराठवाड़ा में 39% तथा विदर्भ में सामान्य से 3% अधिक बारिश हो चुकी है। मध्य महाराष्ट्र अभी तक सामान्य बारिश मिली है। 1 जून से 12 जुलाई के बीच महाराष्ट्र में 11% अधिक बारिश हो चुकी है।
पिछले 24 घंटों में मुंबई समेत कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी बारिश हुई। मराठवाड़ा और विदर्भ में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ कई स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। एक कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तर पूर्व अरब सागर के ऊपर बना हुआ है। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस निम्न दबाव वाले क्षेत्र से शुरू होकर उत्तर मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ होते हुए पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
देश के पश्चिमी तट पर विशेष रूप से कोंकण और गोवा में मानसून सक्रिय है। इसलिए, अगले 4-5 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा पर मध्यम से भारी बारिश और कुछ बहुत भारी बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है। अगले 48 घंटों के दौरान मुंबई और उपनगरों में भी मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र के साथ-साथ महाराष्ट्र के तटीय जिलों में बारिश की तीव्रता काफी अधिक होगी।
मॉनसून राज्य के अंदरूनी हिस्सों में सक्रिय रहेगा, जहां यह तटीय जिलों में जोरदार होगा। इस सप्ताह के अंत तक अधिकांश जलाशयों को पर्याप्त पानी मिल जाएगा और राज्य के वर्षा अधिशेष में भी वृद्धि होगी।