राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पारा स्तर में पिछले एक सप्ताह में बड़ा उतार-चढ़ाव आया है। 26 अप्रैल 2024 को दिल्ली का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। उसके बाद 01 मई को तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई और तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बता दें, अप्रैल के महीने में केवल एक बार दिल्ली का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, यानी सटीक रूप से 40.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। लेकिन, पिछले महिने में कोई गर्मी की लहर और लू नहीं चली थी। दिल्ली के लिए मई की शुरुआत भी ठंडी रही। लेकिन, इस सप्ताह के आखिर में पारे बढ़ने और फिर से 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने की संभावना साफ दिखाई दे रही है।
अभी तापमान में होगा बदलाव: पिछले 24 घंटों में दिल्ली में पारा लगभग 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। सफदरजंग वेधशाला में दिन का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आज 3 मई को पारा लगभग 2-3 डिग्री और बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। अगले सप्ताह के मध्य तक तापमान लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के करीब आ सकता है। हालाँकि, मई के पहले दो हफ्तों के दौरान दिल्ली/एनसीआर में गर्मी की लहर की संभावना नहीं है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: पश्चिमी विक्षोभ के ऑफ शूट के रूप में, पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण चिह्नित है। यह परिसंचरण पूर्व की ओर बढ़ेगा और हरियाणा के करीब आएगा। एक कमजोर ट्रफ रेखा आगे पूर्व की ओर बढ़ेगी, जो दिल्ली के करीब से होकर गुजरेगी। पहले की गर्मी और ट्रफ के कारण कल 4 मई को हल्की बारिश होने की संभावना है। अन्य मौसम स्थितियों में कोई भी बदलाव लाने के लिए मौसम की गतिविधि उथली होगी। मौसम की गतिविधि इतनी हल्की होगी कि अन्य मौसम स्थितियों में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
इस सप्ताह प्री-मानसून बारिश: अगले सप्ताह ऐसी और बारिश की उम्मीद की जा सकती है। मई का पहला प्री-मानसून स्पेल 09 और 11 मई 2024 के बीच होने की उम्मीद है। गतिविधि की तीव्रता और प्रसार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों को कवर क करने के लिए बड़ा होगा। इस अवधि के दौरान आंधी-तूफ़ान की गतिविधि, मई के दूसरे सप्ताह में एक बार फिर तापमान में गिरावट ला सकती है, जिससे पारे में अचानक वृद्धि रुक सकती है।
फोटो क्रेडिट: The Indian Express