दिल्ली/एनसीआर ने इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान दर्ज किया है। सफदरजंग बेस ऑब्जर्वेटरी ने न्यूनतम तापमान 9.5°C दर्ज किया, जो सामान्य से लगभग 1°C कम है। लोदी रोड स्थित मौसम विज्ञान केंद्र और पूसा ऑब्जर्वेटरी दोनों ने 8.6°C का तापमान दर्ज किया। वहीं, इस क्षेत्र में सबसे ठंडा स्थान अयानगर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 8.1°C दर्ज किया गया। हालांकि, अगले 4-5 दिनों तक तापमान में और गिरावट की संभावना नहीं है।
नवंबर के तापमान में बदलाव: दिल्ली का न्यूनतम तापमान अभी भी पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले अधिक है। 2019 में सफदरजंग ने नवंबर में न्यूनतम तापमान 11.4°C दर्ज किया था। 2007 से लेकर अब तक दिल्ली का नवंबर में सबसे कम तापमान 6.3°C (नवंबर 2020) दर्ज किया गया है। आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के आने के कारण तापमान में किसी बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव: मध्य ट्रोपोस्फेरिक स्तरों में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की ओर बढ़ रहा है। इसके बाद एक और समान प्रकार का सिस्टम उसी क्षेत्र में पहुंचेगा। इसके प्रभाव से पहाड़ों के मध्य और ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी होगी। निचले पहाड़ी क्षेत्रों जैसे श्रीनगर, शोपियां और अवंतीपोरा में 30 नवंबर से 3 दिसंबर के बीच हल्की बारिश होने की संभावना है। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। हां, हवाओं के पैटर्न में हल्का बदलाव जरूर देखने को मिलेगा। लेकिन यह पर्याप्त होगा ताकि मैदानी इलाकों में तापमान में गिरावट रोकी जा सके, जिसमें दिल्ली भी शामिल है।
दिल्ली में सर्दी का असर अब तक कम: राष्ट्रीय राजधानी में अब तक ठंड का कोई खास असर नहीं हुआ है। इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान एकल अंक में (सिंगल डिजिट) पहुंचा है। नवंबर के महीने में औसत न्यूनतम तापमान अब तक 14.6°C दर्ज किया गया है, जबकि लंबे समय का मासिक औसत 13°C है। नवंबर के पहले पखवाड़े(शुरुआती 15 दिन) में तापमान असामान्य रूप से गर्म रहा, लेकिन महीने के अंतिम सप्ताह में सामान्य स्थिति में सुधार हुआ। इसके बावजूद मासिक औसत तापमान अभी भी सामान्य से 1.6°C अधिक है, जो कि महत्वपूर्ण है।