पूर्वानुमान के अनुसार, एक निम्न दबाव क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी (BoB) के साथ बन गया है। यह निम्न दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में 'हेड बे' और पड़ोसी गंगीय पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके साथ ही, यह मौसम प्रणाली उसी क्षेत्र में एक दबाव क्षेत्र में बदल जाएगी। यह दबाव क्षेत्र 15 सितंबर तक लगभग स्थिर रहने की संभावना है और इसके बाद भूमि की ओर बढ़ेगा।
मौसम प्रणाली का बनना और असर: यह मौसम प्रणाली दक्षिण चीन सागर में सुपर टाइफून यागी के प्रभाव से उत्पन्न हुई है, जिसने पिछले सप्ताह हेनान पर हमला किया था। इसके बाद, यह तूफान उत्तर वियतनाम में आया और उस क्षेत्र को गंभीर नुकसान पहुँचाया। कमजोर होते-होते, यह प्रणाली वियतनाम, लाओस और म्यांमार से होकर गुजरी। इस प्रणाली का अंतिम अवशेष चक्रवाती परिसंचरण पश्चिमी म्यांमार के अराकान तट और बंगाल की खाड़ी के आस-पास स्थित था।
कई राज्यों में भारी बारिश: यह मौसम प्रणाली दक्षिणी और तटीय बांग्लादेश में अत्यधिक भारी बारिश लाएगी। गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में भी कई स्थानों पर मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। इस क्षेत्र में मानसून की बारिश की कमी है; बिहार में 28% और गंगीय पश्चिम बंगाल में 18% की कमी है। प्रणाली के बाहरी हिस्से बारिश की पट्टी को पूर्व उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा की ओर भी ले जा सकते हैं।
अगले 48 घंटों का मौसम पूर्वानुमान: मॉडल की सटीकता 4-5 दिनों के बाद कम हो जाती है, और यदि किसी प्रकार की गलती प्रणाली में प्रवेश कर जाती है, तो यह हर चक्र के साथ बढ़ती जाती है। इसलिए 16 सितंबर के बाद प्रणाली की दिशा, समयसीमा, फैलाव और तीव्रता पर टिप्पणी करना कठिन होगा। अनुमानतः मौसम प्रणाली छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से होते हुए राजस्थान के बाहरी हिस्सों तक पहुंच सकती है। पूर्वानुमान में संशोधन हो सकता है और अगले 48 घंटों तक दबाव क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।