पिछले 48 घंटों से दक्षिण बांग्लादेश और गंगा से सटे पश्चिम बंगाल में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ था। इसके प्रभाव में, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश के आस-पास के हिस्सों में एक निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है। यह क्षेत्र अगले 48 घंटों में अधिक प्रभावशाली हो सकता है और भूमि पर आ सकता है। सबसे पहले पूर्वी राज्यों में मानसून की गतिविधि बढ़ेगी और उसके बाद अगले एक सप्ताह में यह केंद्रीय क्षेत्र में फैल जाएगी।
निम्न दबाव क्षेत्र होगा और मजबूत: निम्न दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों में और भी मजबूत हो सकता है। साथ ही, मानसून ट्रफ का पूर्वी हिस्सा पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और गंगा से सटे पश्चिम बंगाल से होकर गुजर रहा है। यह निम्न दबाव क्षेत्र धीरे-धीरे बंगाल की खाड़ी, बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के क्षेत्र में घूमता रहेगा। अगले तीन दिनों के भीतर यह प्रणाली झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान और गुजरात तक पहुंच जाएगी।
हल्की से मध्यम बारिश: 16 से 18 अगस्त के बीच, पश्चिम बंगाल और उसके आस-पास के राज्यों में मौसम गतिविधि बिखरी हुई और हल्की से मध्यम रहेगी। 19 से 22 अगस्त के बीच बारिश की तीव्रता और प्रसार बढ़ जाएगा और यह बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश को कवर करेगा। इसके बाद, 23 से 25 अगस्त के बीच, यह प्रणाली गति पकड़ेगी और मध्य प्रदेश, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और गुजरात के क्षेत्रों में आगे बढ़ेगी।
लंबी अवधि के पूर्वानुमान की सीमाएं: मॉडल के नतीजे लंबी अवधि के लिए भरोसेमंद नहीं हैं, इसका मतलब है 4-5 दिनों से आगे मौसम पूर्वानुमान की सटिकता कम रहती है। इसलिए, प्रणाली की वास्तविक गति के अनुसार पूर्वानुमान की समीक्षा की जाएगी। यह प्रणाली उन क्षेत्रों में बारिश लाने की उम्मीद है, जहां इस समय इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में वर्तमान में बारिश की कमी है, लेकिन अगले एक सप्ताह या दस दिनों में यहां संतोषजनक बारिश और अच्छी मानसूनी गतिविधि की संभावना है।