पिछले कुछ दिनों में केवल दक्षिण-पूर्व तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में ही बारिश हो रही है। उत्तर, पश्चिम, मध्य और पूर्व भारत में मौसम शुष्क बना हुआ है। पूर्वोत्तर मानसून इस समय केवल दक्षिणी तटीय तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों और केरल के दक्षिणी क्षेत्र में सक्रिय है। वहीं, मध्यम बारिश कराईकल, अतरामपट्टिनम, तोंडी, पंबन और तूतीकोरिन में दर्ज की गई है। बाकी हिस्सों में भी हल्की बारिश देखी गई है। दक्षिणी तटीय तमिलनाडु के सभी स्थानों पर पिछले तीन दिनों में 80 से 100 मिमी तक बारिश हुई है।
मौसम गतिविधियों के पीछे का कारण: दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसम की गतिविधि मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन और मालदीव क्षेत्र में चलने वाले छोटे पैमाने के चक्रवाती परिसंचरण से जुड़ी हुई है। ट्रफ के विस्तार के साथ कोमोरिन पर चक्रवाती परिसंचरण आज सक्रिय रहेगा और बाद में पश्चिम की ओर दूर चला जाएगा। पिछले कुछ दिनों जैसा ही पैटर्न आज भी देखने को मिलेगा, लेकिन हल्के-फुल्के अंदाज में। 21 से 23 नवंबर के बीच अगले तीन दिनों तक पूरे दक्षिणी क्षेत्र में मौसम की स्थिति शांत रहेगी।इस दौरान कोई बड़ी बारिश या गतिविधि नहीं होगी।
24 नवंबर से फिर सक्रिय होगा मौसम: बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों में एक प्रमुख मौसम प्रणाली के विकसित होने की संभावना है, जिससे 24 नवंबर से लेकर अगले सप्ताह के मध्य तक मौसम फिर से सक्रिय हो जाएगा।
आगे के दिनों के मौसम का अनुमान: मौसम की सटीक जानकारी और घटनाओं के असर की पुष्टि अभी बाकी है। फिलहाल मौजूद सीमित जानकारी के आधार पर कहा जा सकता है कि दक्षिण भारत के राज्यों में अगले कुछ दिनों तक व्यापक और तीव्र गतिविधियाँ हो सकती हैं। अगले सप्ताह की शुरुआत में विशेष रूप से श्रीलंका और तमिलनाडु के लिए अधिक खतरा रहेगा। मौसम की अधिक और सटीक जानकारी आने वाले दिनों में साझा की जाएगी।