मुंबई से दक्षिण-पश्चिम मानसून की पहले ही विदाई हो चुकी है। लेकिन, अरब सागर में चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के कारण हल्की बारिश अभी भी हो रही है। मानसून की वापसी के बाद इस सप्ताह के दौरान मुंबई में लगभग 5 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम की ऐसी स्थिति अगले लगभग 5 दिनों तक यानी 22 अक्टूबर तक जारी रहेगी। उसके बाद मौसम सूखा हो जाएगा और बारिश की संभावना खत्म हो जाएगी।
कोंकण तट पर पूर्वी हवाओं का प्रभाव: पूरे कोंकण तट पर हवा का पैटर्न मुख्य रूप से पूर्वी दिशा का है। इस दिशा में पश्चिमी घाट की पहाड़ियाँ निचले स्तरों में हवा के प्रवाह को रोकते हैं, जिससे कोंकण क्षेत्र में नमी नहीं पहुँच पाती। तापमान के बढ़ने पर दिन के दौरान बादलों का गुबार बन सकता है। लेकिन ज्यादातर हल्के बादल छाए रहेंगे और बारिश होने की संभावना बहुत कम है।
मौसम प्रणाली और हवाओं का बदलाव: कोंकण और गोवा के तटों के पास अरब सागर में बनी मौसम प्रणाली धीरे-धीरे पश्चिम की ओर खिसक जाएगी। वहीं, उत्तर भारत के मैदानों में स्थित उच्च दाब क्षेत्र अधिक मजबूती से स्थापित हो जाएगा। पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में शुष्क और हल्की गर्म उत्तर-पूर्वी हवाएं चलेंगी। इस बदलाव में लगभग 5 दिन लगेंगे, उसके बाद शहर में दोपहर के समय तापमान और उमस बढ़ जाएगी।
मुंबई में बारिश समाप्त, नवंबर में बेहतर मौसम: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अब बरसात का मौसम खत्म हो चुका है। अगले हफ्ते की शुरुआत तक बस केवल अवशेष प्रभाव ही देखने को मिलेगा। अक्टूबर के बाकी दिनों में साफ आसमान, बढ़ते तापमान और बढ़ती उमस की स्थिति सामान्य रहेगी। नवंबर में धीरे-धीरे बेहतर मौसम और सुखद परिस्थितियां बनने की उम्मीद है। हालांकि, मुंबई के लिए सबसे अच्छा मौसम दिसंबर और जनवरी के महीने में होगा।