देश के पूर्वी हिस्सों में बेमौसम मौसमी गतिविधियां जल्द ही बंद हो जाएंगी। इससे पहले बेमौसम गतिविधि देश के मध्य भागों विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश से शुरू हुई थी। पहले छत्तीसगढ़ और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई, इसके बाद बेमौसम बारिश ने बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों को प्रभावित किया। पिछले 24 घंटों में झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश हुई है। रांची, बोकारो, डेहरी, डाल्टनगंज, पटना, गया, छपरा, बांकुरा और पुरुलिया में भी मध्यम बारिश देखी गई। रांची में 34 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं, छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में 14 मिमी बारिश दर्ज हुई है।
इन क्षेत्रों में बारिश-आंधी की संभावना: आज बेमौसम मौसमी गतिविधि (बारिश, ओले, आँधी, बिजली गिरना) की तीव्रता में कमी आने की संभावना है। फिर भी, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में आज आखिरी मौसमी गतिविधि होगी। दुमका, पाकुड़, देवघर, रांची, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, बिष्णुपुर, बर्दवान, मिदनापुर, पानागढ़, मालदा, बांकुरा और पुरुलिया में हल्की/मध्यम बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। मौसम की ज्यादातर गतिविधियां शाम और रात में होंगी।
इन राज्यों में हुई ज्यादा बारिश: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने प्रतिचक्रवात(Anticyclone) के प्रभाव से मध्य और पूर्वी हिस्सों में बेमौसम बारिश शुरू हो गई। जबकि, पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार में मौसमी वर्षा की कमी आंशिक रूप से ठीक हो गई है। वहीं, पड़ोंसी राज्य झारखंड और पश्चिम बंगाल में सर्दियों के मौसम में बारिश की अधिशेषता है। इसका मतलब है कि इन राज्यों में जल की आपूर्ति बहुत अधिक है। वहीं, गांगीय पश्चिम बंगाल में सामान्य से 13% अधिक बारिश हुई है और झारखंड में 22% के साथ बेहतर बारिश हुई है। आज की बारिश मौजूदा अधिशेष में इजाफा करेगी और सर्दियों के मौसम के मार्जिन में और सुधार करेगी।
इस दिन बंद होगी बेमौसमी गतिविधि: मौसम संबंधी गतिविधियां कल 16 फरवरी को बंद हो जाएंगी। वहीं, सहायक विशेषताएं और बंगाल की खाड़ी पर बना प्रतिचक्रवात अगले तीन दिनों के लिए अंतर्देशीय स्थानांतरित हो रहा है, जिससे शुष्क मौसम की स्थिति पैदा हो जाएगी। मौसम उत्पादक प्रणाली के दोबारा बनने पर कुछ जगहों पर फैली गतिविधि फिर से शुरू हो सकती है। इसकी सटीक पुष्टि अगले सप्ताह की शुरुआत में होगी।