पिछले 4 दिनों से देश के मध्य और पूर्वी राज्यों में बेमौसम मौसमी गतिविधियां जारी रहीं। जिसके कल यानी 21 मार्च को किसी भी समय समाप्त होने की संभावना है। वहीं, मार्च महीने के आखिर तक मौसम ज्यादा तक साफ रहेगा। इस बेमौसम गतिविधि के कारण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों में मार्च महीने में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। बिहार राज्य में पहले बारिश नहीं हुई थी, लेकिन आज 20 मार्च को यहां भारी बारिश हो सकती है। वहीं, पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे निकटवर्ती राज्यों में भी छिटपुट बारिश हो सकती है।
तेज आँधी और बिजली गिरने का खतरा: चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र, जो पहले ओडिशा और छत्तीसगढ़ पर था, अब बिहार पर है। राज्य के पूर्वी और उत्तरपूर्वी हिस्सों में तेज मौसम की गतिविधि देखी जाएगी। वहीं, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधुबनी, मधेपुरा और दरभंगा में तेज आँधी और बिजली गिरने का खतरा रहेगा। साथ ही, पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों और झारखंड के उत्तरपूर्वी जिलों में तूफानी स्थिति, बिजली गिरने, गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाएँ चलेंगी। शाम और रात के समय मौसम की गतिविधियाँ बहुत ज्यादा तेज होंगी।
बादल छंटने के बाद बढ़ेगा पारा: उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर प्रतिचक्रवात नम हवाओं को बढ़ावा दे रहा है और इस विशेषता को सक्रिय कर रहा है। जैसे ही चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और थोड़ा सा फैलेगा, जिससे कल 21 मार्च को मौसमी गतिविधियां लगभग बंद हो जाएंगी। बिहार और उत्तरी बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर अगले 24 घंटों तक मौसम प्रणाली का बचा हुआ असर बना रह सकता है। 22 मार्च से व्यापक मंजूरी की उम्मीद है। क्षेत्र से बादल हटने के बाद पारा बढ़ने की उम्मीद है। मार्च के अंत तक ज्यादा धूप वाले दिन और आ क्षेत्र में सामान्य निकासी के मद्देनजर पारा बढ़ने की उम्मीद है। महीने के अंत तक अधिकतर धूप वाले दिन और आर्द्र मौसम की स्थिति की उम्मीद की जा सकती है।