राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुष्क मौसम का संकट आखिरकार कल गुरुवार को खत्म हो गया। दिल्ली/एनसीआर के सभी हिस्सों गरज के साथ बारिश हुई। बारिश दोपहर के दौरान शुरू हुई थी, शाम और रात के दौरान रूक-रूक कर जारी रही। आसमान में अभी भी बादल छाए हुए हैं और कुछ हिस्सों मे हल्की बारिश जारी है। हालांकि, बारिश का वितरण असमान था, आसमान में अभी भी बादल छाए हुए हैं और कुछ हिस्सों में हल्की बारिश जारी है।
दिल्ली में फरवरी के दौरान औसतन 21.3 मिमी बारिश होती है। सफदरजंग स्थित बेस वेधशाला में आज सुबह 8.30 बजे तक 27 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं, इस अवधि के दौरान पालम हवाई अड्डा वेधशाला में 20 मिमी बारिश मापी गई और लोधी रोड स्थित मौसम कार्यालय ने पालम से अधिक 24.6 मिमी बारिश दर्ज की। नरेला वेधशाला में सबसे अधिक 28.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। दिल्ली के कई इलाकों में एक ही दिन मे पूरे महिने से ज्यादा बारिश हो गई। हालांकि, अभी इसमें बढोत्तरी होने की संभावना है। जनवरी महिने में बारिश नहीं होने से हुई कमी फरवरी महिने में पूरी होने की उम्मीद है।
उत्तरी पहाड़ों पर प्रेरक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। हालाँकि, पंजाब पर प्रेरित परिसंचरण पूर्व की ओर बढ़ते हुए फैल रहा है। वहीं, पहाड़ों पर बर्फबारी की गतिविधियां जारी रहेंगी। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ेंगे राष्ट्रीय राजधानी में मौसम की स्थिति में सुधार होगा। कल बारिश में विराम लगने और कुछ धूप निकलने की संभावना है। हालांकि, बारिश की गतिविधि 3 फरवरी को कम तीव्रता और फैलाव के साथ दोबारा से शुरू होगी। नई मौसमी गतिविधि 03 से 05 फरवरी 2024 के बीच रहेगी।
गौरतलब है, सर्दियों की बारिश और आसमान में बादल छाए रहने के कारण रात और सुबह में पारे का स्तर बढ़ गया है, जिससे दिन की शुरुआत में सामान्य रूप से कड़ाके की ठंड महसूस होने लगी है। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से लगभग 4 डिग्री सेल्सियस अधिक था। वहीं, पिछले महीने या उसे ज्यादा समय तक उच्चतम दोहरे अंक वाला न्यूनतम तापमान था। आज रात मौसम लगभग साफ रहेगा, जिससे कल सुबह पारा एक बार फिर से एकल अंक में पहुंच जाएगा, लेकिन फिर भी औसत से ऊपर रहेगा। 03 से 05 फरवरी 2024 के बीच सुबह का तापमान फिर से 2-4 डिग्री बढ़ने की संभावना है। वहीं, अगले सप्ताह की शुरुआत में इसमें गिरावट होने की संभावना है। 05 फरवरी के बाद कोहरा और ठंड फिर से लौटेगी। उत्तरी पहाड़ों की ढलानों से बर्फ़ीली हवाएँ मैदानी इलाकों, दिल्ली और उससे आगे तक चलेंगी।
फोटो क्रेडिट: हिंदुस्तान टाइम्स