सर्दियों के दौरान किसान रबी फसलों की खेती करते हैं। इन फसलों के लिए 15 से 25 डिग्री का तापमान अच्छा होता है। सर्दियों की पहली बर्फबारी और शीतकालीन बारिश रबी फसलों के लिए बेहद लाभदायक होती है। इससे पहाड़ों में उगाई जाने वाली फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। जाने बारिश और बर्फबारी रबी की कौन-सी फसलों के लिए फायदेमंद और नुकसानदायक है।
बर्फबारी से फसलों को फायदें: इस साल सर्दियों के मौसम में काफी देर से पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी को देखते ही किसानों के चहरे पर लालिमा आ गई। क्योंकि हिमपात पहाड़ों पर होने वाली फसलों के लिए बहुत जरूरी है। पहाड़ों पर बर्फबारी सीधे असर करती है। बर्फ कुछ फसलों के लिए पोषण, पानी और अन्य आवश्यक तत्वों का महत्वपूर्ण स्रोत है। बर्फ से फसलों की सिंचाई भी हो जाती है।
बर्फ से अच्छी बागबानी: बागबानी करने वाले किसानों को उम्मीद है कि बर्फबारी से इस बार की फसल अच्छी हो सकती है। बर्फ मिट्टी को नमी देती है जिससे फसलों को उगने में मदद मिलती है। क्योंकि बर्फ पिघल कर मिट्टी में मिल जाती है। बिना जुताई वाले खेत बर्फ को रोक लेते हैं और बहाव को कम करते हैं। तापमान बढ़ने पर जब बर्फ पिघलती है तो मिट्टी को नमी मिलती है।
बारिश से गेहूं को लाभ: कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं की फसल के लिए सर्दियों का यह मौसम फायदेमंद होता है। इस मौसम में गेहूं के पौधों में खूब कल्ले बनते हैं, इसीलिए यह समय खेतों में बुवाई के लिए सबसे अच्छा है। बारिश के कारण पोषक तत्व मिट्टी में घुल जाते हैं, जो फसल को मिलता है। क्योंकि इस मौसम में फसल की बढ़ोत्तरी के लिए जरुरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
बर्फ फसलों के लिए खाद: कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, पहाड़ी इलाकों में गेहूं की फसल पर जमी बर्फ की पतली चादर पौधों को ठंडा और ठंडी हवा से बचाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर गेहूं की फसल पर बर्फ की पतली चादर न जमी हो तो ज्यादा ठंड पड़ने पर पौधे मर जाते हैं। जिसे विंटर किल भी कहते हैं। वहीं, किसानों का मानना होता है कि बर्फ की पतली चादर कई फसलों के लिए अच्छी खाद होती है। बता दें, बर्फ में हल्का नाइट्रोजन होता है, जो खाद के रुप में काम करता है।
ज्यादा बारिश नुकसानदायक: वहीं, एक्सपर्टस का यह भी कहना है कि अगर इस मौसम में ज्यादा बारिश होती है, तो रबी की फसलों को नुकसान हो सकता है। ज्यादा बारिश से खेतों में जलभराव हो जाएगा, जिस कारण फसलों के पौधों की जड़ें सड़ सकती है और पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं, तापमान ज्यादा बढ़ने पर फसलों को सूखे का सामना करना पड़ता है। ज्यादा तापमान से पौधों की बढ़वार रुक की सकती है और फसल की पैदावार में कमी देखने को मिलती है। सर्दियों के मौसम में तापमान और नमी दोनों सही होने पर ही रबी फसलों को फायदा होता है।
बर्फ की मोटी चादर से नुकसान: बर्फ की पतली चादर फसलों के लिए लाभदायक होती है। इसके विपरीत बर्फ की मोटी चादर पहाड़ी इलाकों की फसलों को नुकसान पहुंचाती है। जानकारी के लिए बता दे, बर्फ में पानी की मात्रा कम या ज्यादा होती है। एक्सपर्टस के अनुसार, 10 इंच बर्फ की परत 1 इंच पानी के बराबर होती है। इसी तरह बर्फ की चादर मोटी होने पर उसमें पानी की मात्रा अधिक होती है। जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। वहीं, जब बर्फ की पतली होगी तो फसलों को उचित पानी मिलेगा, जो सिंचाई का काम करेगा।
इन फसलों को मिलता है लाभ: बर्फबारी और बारिश हमेश फसलों के लिए नुकसानदायक नहीं होती है। इससे कुछ फसलों को फायदा भी होता है। सेब: पहाड़ों पर हो रही लगातार बर्फबारी सेब की फसल के बहुत लाभदायक है। दिसंबर के महिने से किसानों को बर्फबारी का इंतजार था। जनवरी के अंत में और फरवरी की शुरुआत में हुई बर्फबारी सेब की फसलों के लिए बहुत अच्छी है।
सरसों: सरसों भी रबी की एक फसल है, जिसके लिए बर्फबारी अच्छी होती है। सरसों को ठंडक पसंद होती है और यह फसल अच्छे तरीके से हिमपात के माध्यम से पोषण प्राप्त कर सकती है। वहीं, इसके उल्ट बारिश से सरसों की फसल खराब होने लगती है।
आलू: आलू के लिए भी बर्फबारी उत्तम होती है। बर्फबारी आलू की फसल की उत्पादकता को बढ़ाने में मददगार होती है। इसी के साथ बर्फबारी उपजाऊ भूमि को पोषण और पानी प्रदान कर सकती है।
गाजर: गाजर भी ठंड को पसंद करती है, इसीलिए बर्फबारी गाजर की फसल के लिए उत्तम होती है। हिमपात से पोषण और पानी की आपूर्ति मिल सकती है, जो गाजर के उत्पादन में सुधार कर सकता है। इसी के साथ किसानों को कहना है कि पहली बर्फबारी और बारिश से मटर की फसल में भी सुधार हुआ है।