पिछले 5 दिनों से दिल्ली का तापमान लगातार चढ़ रहा है। 06 अप्रैल को अधिकतम 35.1 डिग्री सेल्सियस कल 10 अप्रैल को बढ़कर 39.1 डिग्री सेल्सियस हो गया। यह इस साल और सीज़न का भी सबसे अधिक तापमान है। इसी तरह के तापमान की स्थिति एनसीआर के अन्य हिस्सों में भी थी। बता दें, पारा का स्तर सामान्य से लगभग 4-5 डिग्री सेल्सियस ऊपर है। इसलिए राजधानी शहर के लिए गर्मी की लहर की स्थिति थोड़ी कम है। क्योंकि, लू के लिए दिन का तापमान 40°C तक पहुंचना या उससे अधिक होना चाहिए। वहीं, सामान्य तापमान से 4.5°C या उससे अधिक ऊपर होना आवश्यक है।
ऐसी बन रही मौसम प्रणाली: उत्तरी पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ चिह्नित है। पश्चिमी राजस्थान पर कमजोर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। परिसंचरण से एक पूर्व-पश्चिम उन्मुख ट्रफ रेखा दिल्ली के बहुत करीब से गुजर रही है। वहीं, दूसरा बड़ा और सक्रिया पश्चिमी विक्षोभ कल 12 अप्रैल को आएगा। इससे परिसंचरण और गर्त(ट्रफ) मजबूत होंगे। दिल्ली/एनसीआर में 12 से 15 अप्रैल के बीच मौसम का प्रसार और तीव्रता बढ़ेगी।
भयंकर बारिश के साथ ओलावृष्टि: आज देर रात हल्की बारिश होने की संभावना है। साथ ही कल 12 अप्रैल की शाम इसी तरह की हल्की बारिश होने के भी आसार है। बीच-बीच में बादल मंडराते रहेंगे, जिससे धूप सीमित रहेगी। गौरतलब है, तेज और भीषण मौसम गतिविधि 13 और 14 अप्रैल को होगी, जिसका असर 15 अप्रैल को भी होगा। इस दौरान तेज़ हवाओं के साथ बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की पूरी संभावना है। वहीं, इस अवधि के दौरान देर रात में बिजली की चमक और गड़गड़ाहट हो सकती है। एक गहरे ऊपरी वायु गर्त(ट्रफ) और पश्चिमी जेट अक्ष की निकटता के कारण कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि हो सकती है।
बारिश के कारण गिरेगा तापमान: दिल्ली/एनसीआर के करीब स्थित कई मौसम प्रणालियों के प्रभाव से पारा और ज्यादा बढ़ना रुक जाएगा। वहीं, हवा के पैटर्न में नम पूर्वी हवाओं के बदलाव की संभावना के साथ, आर्द्रता(humidity) का स्तर बढ़ जाएगा। सप्ताह के अंत में चरम मौसम गतिविधि के कारण तापमान 30 के निचले स्तर तक गिर जाएगा। वहीं,16 अप्रैल से बादल छंटने की उम्मीद की जा सकती है। मौसम प्रणाली के कारण 16 से 18 अप्रैल के बीच तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है। बता दें, अच्छे मौसम की स्थिति का ब्रेक लंबे समय तक नहीं रहेगा, क्योंकि अगले सप्ताह के अंत तक एक और बारिश दस्तक दे सकती है।
फोटो क्रेडिट: पीटीआई