दिल्ली में पिछले छह दिनों से लगातार शुष्क मौसम बना हुआ है। बीते दो दिन अत्यधिक गर्मी वाले रहे, जहां तापमान सामान्य से लगभग 3-4°C अधिक रहा। सफदरजंग बेस वेधशाला में कल 24 सितंबर को 37.4 °C तापमान दर्ज किया गया, जो परसों (23 सितंबर) के अधिकतम तापमान 37 °C से अधिक है। तापमान बढ़ रहा है और पिछले चार दिनों में तापमान 35°C से अधिक हो गया है, साथ ही आर्द्रता(नमी) का स्तर भी ऊंचाई पर बना हुआ है। दिल्ली में आज (25 सितंबर) को भी तापमान इसी स्थिति में रहने की संभावना है, हालांकि, बाद में तापमान कम होने के आसार हैं। अगले चार दिनों में हल्की और छिटपुट बारिश की संभावना है, जिसमें एक-दो दिन कुछ ज्यादा बारिश हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश: मानसून ट्रफ इस समय दिल्ली के दक्षिण में, 3,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पाकिस्तान के उत्तरी सीमा और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण मानसून ट्रफ को उत्तर की ओर खींच रहे हैं। यह ट्रफ दिल्ली से हरियाणा होते हुए पंजाब की तलहटी तक फैली हुई है। ट्रफ की निकटता और पश्चिमी प्रणाली के प्रभाव से 25 से 28 सितंबर के बीच हल्की बारिश और बौछारों का दौर शुरू हो सकता है, हालांकि यह बहुत अधिक शक्तिशाली नहीं होगा।
तापमान में गिरावट के साथ हल्की बारिश: 26 से 28 सितंबर के बीच तापमान घटकर 30°C के निचले स्तर पर पहुंच सकता है। इन दिनों में छिटपुट बारिश के साथ कभी-कभी गरज, बिजली की चमक और तेज हवाओं के झोंके भी देखने को मिल सकते हैं। दोनों मौसम प्रणालियाँ 29 सितंबर, रविवार तक उत्तर भारत से दूर चली जाएंगी और उसके बाद मौसम साफ होने लगेगा।
मानसून की विदाई के संकेत: 29 सितंबर के बाद से उत्तर-पश्चिम दिशा से शुष्क और तेज हवाएं चलने लगेंगी। इसके कारण तापमान फिर से बढ़ेगा और नमी का स्तर घटेगा। यह बदलाव मानसून की संभावित विदाई का संकेत होगा, जो कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में संभव है।