सफदरजंग बेस स्टेशन में लगातार दूसरे दिन 3 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 37°C रिकॉर्ड हुआ। दिन के समय गर्म और उमस भरे हालात बने रहे और पारा सामान्य से करीब 3°C ज्यादा है। अगले एक सप्ताह तक ऐसा मौसम बने रहने की संभावना है। सप्ताहांत में 4 से 6 अक्टूबर के बीच दिल्ली का तापमान 35°-36°C से अधिक रहेगा और एक बार फिर 37°C के निशान को पार कर सकता है।
मानसून विदाई के बाद ऐसे हालात सामान्य: मानसून की वापसी के बाद ऐसे हालात सामान्य हैं और अक्टूबर के मध्य तक ऐसी ही स्थिति बने रहेगी। पेंटाड सामान्य के अनुसार महीने की शुरुआत में दिन का तापमान 34°-35°C और न्यूनतम तापमान 23°-24°C के बीच रहता है। वहीं, अक्टूबर के अंत तक अधिकतम तापमान 30°-31°C और सुबह का तापमान 17°-18°C तक गिर जाता है। अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में ठंडक का हल्का एहसास शुरू हो जाता है।
पेंटाड सामान्य क्या होता है: मौसम विज्ञान में पेंटाड (Pentad) का मतलब पाँच दिनों का एक औसत समय अवधि होता है। इसका उपयोग किसी स्थान के मौसम के रुझान और सामान्य परिस्थितियों को समझने के लिए किया जाता है। जब हम पेंटाड सामान्य की बात करते हैं, तो इसका मतलब होता है कि उस स्थान पर पाँच-दिन की अवधि के दौरान तापमान, वर्षा, हवा की दिशा आदि का औसत आंकड़ा कैसा रहता है।
दिल्ली और आसपास कोई प्रणाली नहीं: दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में कोई बड़ा मौसमी सिस्टम (प्रणाली) नहीं है। पंजाब और उत्तर राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में निचले स्तरों पर एक कमजोर और शुष्क परिसंचरण बना हुआ है। इससे एक झुका हुआ ट्रफ हरियाणा होते हुए दिल्ली तक फैला हुआ है। इस से किसी बड़ी मौसम गतिविधि (बारिश, आँधी, बिजली चमकना) की संभावना नहीं दिख रही है। लेकिन, कल 5 अक्टूबर की शाम को कुछ जगह हल्के बादल छा और हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। अगर बारिश होती है तो बहुत ही कम समय के लिए और क्षेत्रीय होगी।
दिल्ली में इस दिन से सर्दी शुरू: मौसम की मुख्य विशेषताएं अधिकतम तापमान का सामान्य से ऊपर रहना, हल्की हवा चलना और देर शाम व रात के समय तापमान में थोड़ी ठंडक का महसूस होना हैं। सुबह हल्की धुंध के बाद जल्दी ही दिन की शुरुआत चमकदार धूप के साथ होगी। ‘नवरात्रि’ के त्यौहार के दौरान इन नौ दिनों में ऐसा ही मौसम रहेगा, जो अगले सप्ताह के अंत में दशहरे पर समाप्त होगा। इसके बाद उत्तर भारत, खासकर दिल्ली में धीरे-धीरे शरद ऋतु के अनुकूल मौसम देखने को मिलेगा।