क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से राजस्थान, देश का सबसे बड़ा राज्य है। यहां दक्षिणपश्चिम मानसून सबसे देर से आता है और सबसे जल्दी विदा होता है। इस साल मानसून की वापसी 1 सितंबर की आधिकारिक तारीख के मुकाबले लगभग एक महीने की देरी से हुई।
अंततः मानसून वापसी की प्रक्रिया 29 सितंबर को शुरू हुई और तेजी से अपने अंजाम तक पहुंची। नतीजतन, राजस्थान अब शुष्क और गर्म मौसम की स्थिति से जूझ रहा है।
गर्म और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं और तेज धूप की वजह से अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई है। महीना भले ही अक्टूबर का है लेकिन राजस्थान में पारा अब भी कई स्थानों पर लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के आस-पास घूम रहा है।
इस रेगिस्तानी राज्य के निवासियों के लिए मुसीबत भरी गर्मी के दिन इतनी जल्दी ख़त्म होने वाली नहीं, बल्कि गर्मी और तेज हो सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि राजस्थान पर एक प्रति-चक्रवात की स्थिति बन रही है, जिसकी वजह से गर्मी, शिद्दत के साथ महसूस होगी।
हालांकि पश्चिम राजस्थान के कुछ इलाकों में 7-8 अक्टूबर के इर्द गिर्द थोड़ी राहत महसूस की जा सकती है, क्योंकि इस दौरान यहां बारिश हो सकती है। ऐसी उम्मीद है की उस समय आकाश में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इस वजह से तापमान मामूली रूप से गिर सकता है। जल्द ही कुछ मौसमी प्रणालियां भी राजस्थान में सक्रिय होंगी। पहला पश्चिमी विछोभ के रूप में, जो इस रास्ते से होते हुए गुजरेगा, जबकि दूसरा दक्षिणपूर्व और उससे सटे अरब सागर पर अनुमानित डिप्रेशन की मौजूदगी।
दोनों ही मौसमी प्रणालियों को अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिम हवाओं के रूप में नमी मिलेगी। इस वजह से जो बारिश होगी उसकी तीव्रता हल्की होगी, लेकिन ये बारिश, एक या दो जगहों पर ही देखने को मिलेगी।
अक्टूबर का महीना राजस्थान के निवासियों के लिए एक शुष्क महीना होता है और अक्सर इसे 'दूसरी ग्रीष्म ऋतु' कहा जाता है। इस दौरान आम तौर पर बारिश देखने को नहीं मिलती।
लेकिन अगर कोई सक्रिय पश्चिमी विछोभ उस दौरान राज्य में उपस्थित होता है, तो राज्य में बारिश देखने को मिल सकती है।
Image Credit: EaseMyTrip.com
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।