रंगों का त्यौहार होली 25 मार्च को है। इस दौरान देश के सभी हिस्सों में मौसम की स्थितियाँ और तापमान काफी हद तक अलग होगा। होली पर हल्की बारिश कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगी। वहीं, कुछ भागों में ज्यादा गर्मी होली के उत्साह को कम कर सकती है। बता दें, आमतौर पर उत्तर भारत में होली की बारिश नहीं होती है। देश के उत्तरी हिस्से में आराम सूचकांक (Comfort index) बेहतर रहेगा। दक्षिण के कुछ इलाकों में गर्मी बढ़ सकती है।
उत्तर भारत में बारिश नहीं: पिछले दो हफ्तों से पहाड़ों पर लगातार और लगभग नॉनस्टॉप मौसम गतिविधि जारी है। ऐसी स्थिति के बाद भी सोमवार 25 मार्च को पहाड़ी क्षेत्र में एक छोटा से ब्रेक लग सकता है। पहाड़ी राज्यों में 24 और 26 मार्च को छुट्टियों से पहले और बाद में बारिश, बर्फबारी की गतिविधि होने की उम्मीद है। उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्र शुष्क रहेंगे। वहीं, दिन का तापमान जो आमतौर पर उत्तर भार में अधिकांश हिस्सों में 30 के उच्चतम स्तर तक बढ़ जाता है, मानक के विपरीत होगा। हालांकि, पारा 30 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है और कुछ स्थानों पर यह 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे भी गिर सकता है। सामान्य तौर से अलग होली पर बारिश होने की संभावना नहीं है। हालांकि, उत्तर भारत कुछ हिस्सों में बादलों की पतली चादरें दिखाई दे सकती हैं, लेकिन यह गर्मी से बचाव नहीं कर पाएंगे।
मध्य भारत में हाई तापमान और गर्मी: राजकोट, अमरेली, जूनागढ़ और मोरबी जैसे कुछ स्थानों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार होने के साथ गुजरात सबसे गर्म क्षेत्र होगा। यहां तक कि अहमदाबाद भी अधिकतम तापमान 30 के साथ 40 डिग्री सेल्सियस के करीब गर्म रहेगा। महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों खास कर मराठवाड़ा और विदर्भ के अंदरूनी हिस्सों में अधिकतम तापमान 30 के दशक होगा। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्य काफी हद तक शुष्क और गर्म रहेंगे। कुछ छिटपुट बादल आ सकते हैं, लेकिन उनसे किसी तरह की राहत नहीं मिलेगी।
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश : बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों सहित पूर्वोत्तर भागों में इस सप्ताह के दौरान बेमौसम मौसम की गतिविधि हुई थी। जिसके कारण इन क्षेत्रों में गर्मी पर कंट्रोल रहेगी औऱ तापमान बढ़ने की संभावना नहीं है। वहीं, बिहार के चरम पूर्वोत्तर क्षेत्र, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ बारिश होने की संभावना है। पूरा पूर्वोत्तर भारत बरसाती मौसम की चपेट में रहेगा। आमतौर पर, मौसम की गतिविधि देर शाम, रात और सुबह के समय ज्यादा होती हैं। वर्षा की तीव्रता और प्रसार अरुणाचल प्रदेश, निचला असम और मेघालय अन्य क्षेत्रों में ज्यादा होगा। जिसके कारण तापमान 20 के मध्य और इससे कम रहेगा, जिससे आरामदायक मौसम की स्थिति बन सकती है। हालाँकि, आर्द्रता(Humidity) का स्तर उम्मीद से ज्यादा रहेगा।
दक्षिण भारत में अधिक तापमान और बारिश : दक्षिण भारत में मौसम की अलग-अलग स्थितियाँ होंगी। दक्षिण भारत के दोनों ओर का समुद्र तट गर्म और आर्द्र होगा। पश्चिमी तट पूर्वी तट से ज्यादा गर्म होगा। 30 डिग्री से ज्यादा आर्द्रता और तापमान बेहद उमस भरी स्थिति पैदा कर देगा, खासकर दोपहर के समय में। दक्षिण भारत के आंतरिक भाग, जिसमें रायलसीमा, उत्तर और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु शामिल हैं, इस क्षेत्र का केंद्र होंगे। इनमें से कुछ स्थानों पर तापमान 40°C से अधिक होने की संभावना है। केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर थोड़े समय के लिए बहुत हल्की बारिश की संभावना है।