दिल्ली एनसीआर में बुधवार को भी यानि लगातार पांचवें दिन बारिश का क्रम जारी रहा। दिन की शुरुआत आसमान में बादलों की मौजूदगी से हुयी, पालम और सफदरजंग मौसम विज्ञान केंद्र, दोनों ही जगहों पर अलग-अलग तीव्रता की बारिश दर्ज हुयी।
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, बारिश कहीं कम तो कहीं ज्यादा हुयी। जहां कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुयी वहीं कुछ जगहों पर सामान्य वर्षा हुयी।
सितंबर में बारिश ने धमाकेदार शुरुआत की है, दिल्ली-एनसीआर ने महीने के पहले चार दिनों में ही अपनी मासिक औसत वर्षा के आंकड़े को पार कर लिया है। अब तक दिल्ली में 129.8 मिमी सामान्य औसतन बारिश के मुकाबले, 149. 2 मिमी बारिश दर्ज हुयी है।
बुधवार सुबह के दौरान मुख्तलिफ जगहों पर बारिश देखने को मिली लेकिन अब बारिश में आ रही कमी साफ तौर पर देखी जा सकती है।
लगातार हो रही बारिश की वजह से तापमान में भी कमी दर्ज की गयी है जो की सामान्य से नीचे बना हुआ है। इस वजह से सुबह और शाम के दौरान सुहाना मौसम देखने को मिल रहा है। जबकि आम तौर पर सितंबर का महीना उच्च आर्द्रता, कम बारिश, तेज धूप और बढ़ते तापमान के कारण होने वाली असुविधा के लिए जाना जाता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मानसून की अक्षीय रेखा की वजह से हालिया दौर की बारिश हुयी है। इसके अलावा, हरियाणा और आसपास के इलाकों में लगातार बने चक्रवाती हवाओं के छेत्र की वजह से लंबे समय तक बारिश देखने को मिल रही है।
इसके अलावा, राष्ट्रीय राजधानी और आस पास के इलाकों जैसे गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद में कम से कम अगले 3 दिनों तक बारिश जारी रहने के लिए मौसम की स्थिति अनुकूल रहेगी। हालांकि बारिश में धीरे-धीरे कमी आएगी और बरसात भी अलग-अलग जगहों पर ही देखने को मिलेगी।
10 सितंबर के बाद इसमें खास तौर से कमी आयेगी। उसके बाद, हम परिस्थितियों में अंतर देखेंगे, जिसमें हवा की दिशा बदलकर उत्तर-पश्चिमी हो जायेगी, धूप तेज होगी और तापमान में भी वृद्धि होगी। केवल आर्द्रता में कमी के मामले में ही राहत मिलती दिखाई देगी।
इतना ही नहीं, धीरे-धीरे मानसून की वापसी शुरू हो जाएगी जो संभवतः 20 सितंबर के आसपास होगी।