उत्तर प्रदेश में करीब-करीब सूखा गुजरे सावन की कसर मानसून ने भादो की विदाई होते-होते पूरी कर ली। करीब एक हफ्ते से अधिकांश जिलों में जारी बारिश पिछले दिनों में आफत बन गई। शुक्रवार को भी पूरे दिन आसमां जमकर गरजा-बरसा। इस कारण नदी-नाले पूरे उफान पर हैं।
इस बारिश का ज़्यादातर प्रभाव लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी में देखने को मिली। इस दौरान जहां वाराणसी में 107 मिमी की मूसलाधार बारिश दर्ज की गई। वहीं, लखनऊ में इस दौरान 44 मिमी की भारी बारिश रिकॉर्ड हुई है।
क्या कहते हैं स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञ
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, आज यानि 28 सितंबर को भी प्रदेश में बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है। बता दें कि, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। वाराणसी में तो पहले से ही कई क्षेत्रों में इन बारिश के कारण बाढ़ देखी जा रही है।
प्रदेश के वाराणसी और प्रयागराज जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान भारी वर्षा की चेतावनी के कारण आज यानि 28 सितंबर को बंद रहने की संभावना है। क्यूंकी, स्कूल और कॉलेज कैम्पस पूरा जलमग्न हो गया है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कल तक प्रदेश में बारिश की गतिविधियां काफी कम हो सकती हैं। यानि अगले 24 घंटे के बाद चल रही भारी बारिश से राहत मिल सकती है। हालाँकि कुछ स्थानों पर इसके बाद भी हल्की बारिश की गतिविधियाँ जारी रहने का अनुमान है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, कल रात 9 बजे तक बारिश, बिजली (ठनका) और बाढ़ के कारण राज्य में 16 लोगों की जानें गई है। उत्तर प्रदेश को पहले से ही बारिश के अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र में किसी भी आगामी घटना के लिए पहले से ही आपदा प्रबंधन टीमों को रखा गया है।
उत्तर प्रदेश में इस मॉनसून के दौरान कभी भी मॉनसून जोरदार स्थिति में नहीं देखी गई है। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में संचयी मौसमी बारिश सामान्य से कम रही है। यह बारिश निश्चित रूप से राज्य के लिए बारिश के आंकड़ों को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
दूसरी ओर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थान शुष्क स्थिति का सामना कर रहे हैं। हालांकि, इस समय पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी हल्की बारिश हो रही है।
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जहां एक तरफ शहरी इलाके जलमग्न हैं तो वहीं हवा ने उड़द, धान और गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाकर किसानों को परेशानी में डाल दिया है। सैकड़ों मकान धराशायी हो गए। बारिश के कारण विभिन्न तरह के हादसों में 48 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बाढ़ की आशंका और जलभराव के कारण तमाम लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
Image Credit: Times of India
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