इस साल, पूरे उत्तर पश्चिमी भारत से सर्दियों की बारिश लगभग अनुपस्थित रही है। नतीजतन, उत्तर पश्चिमी मैदानों में अभी भी मौसम शुष्क और गरम है।
आम तौर पर, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश होती है। हालांकि, इस साल, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कम संख्या के कारण, हरियाणा और राजस्थान में अब तक कोई महत्वपूर्ण हवाओं का चक्रवात नहीं बना है। परिणाम पूरे क्षेत्र में शुष्क और गर्म मौसम है।
आने वाले सप्ताह में भी, मौसम में कोई बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं है और इन क्षेत्रों में शुष्क मौसम जारी रहेगा। इसके अलावा, जम्मू और कश्मीर पे एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है, जिससे हवाएं अब उत्तर-पश्चिम से बदलकर दक्षिण पूर्व दिशाओं से चलेंगी। इनके चलते, न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि आने की उम्मीद है, जिससे अगले 3-4 दिनों तक ठंड दूर रहेगी।
पश्चिमी विक्षोभ के जम्मू और कश्मीर से निकल जाने के बाद, उत्तरपश्चिम भारत के मैदानी इलाको के न्यूनतम तापमान में एक बार फिर 2 ℃ -3 ℃ की गिरावट देखी जाएगी। गिरावट के कारण, सुबह और शाम के दौरान हल्के गरम कपङे की आवश्यकता होगी।
हालांकि, निवासियों को घोर सर्दियों के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। यह तभी संभव होगा जब कोई पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश पर भारी बर्फबारी देगा। हालांकि, मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ के परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर की कुछ जगहों पे हलकी बर्फबारी हो सकती है, लेकिन यह गतिविधि मैदानी इलाकों के तापमान में कमी लाने के लिए पर्याप्त नहीं होगी।
इस साल, पूरे उत्तर पश्चिमी भारत से सर्दियों की बारिश लगभग अनुपस्थित रही है। नतीजतन, उत्तर पश्चिमी मैदानों में अभी भी मौसम शुष्क और गरम है।
आम तौर पर, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश होती है। हालांकि, इस साल, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की कम संख्या के कारण, हरियाणा और राजस्थान में अब तक कोई महत्वपूर्ण हवाओं का चक्रवात नहीं बना है। परिणाम पूरे क्षेत्र में शुष्क और गर्म मौसम है।
आने वाले सप्ताह में भी, मौसम में कोई बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं है और इन क्षेत्रों में शुष्क मौसम जारी रहेगा। इसके अलावा, जम्मू और कश्मीर पे एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है, जिससे हवाएं अब उत्तर-पश्चिम से बदलकर दक्षिण पूर्व दिशाओं से चलेंगी।
इनके चलते, न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि आने की उम्मीद है, जिससे अगले 3-4 दिनों तक ठंड दूर रहेगी।
पश्चिमी विक्षोभ के जम्मू और कश्मीर से निकल जाने के बाद, उत्तरपश्चिम भारत के मैदानी इलाको के न्यूनतम तापमान में एक बार फिर 2 ℃ -3 ℃ की गिरावट देखी जाएगी। गिरावट के कारण, सुबह और शाम के दौरान हल्के गरम कपङे की आवश्यकता होगी।
हालांकि, निवासियों को घोर सर्दियों के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। यह तभी संभव होगा जब कोई पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश पर भारी बर्फबारी देगा। हालांकि, मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ के परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर की कुछ जगहों पे हलकी बर्फबारी हो सकती है, लेकिन यह गतिविधि मैदानी इलाकों के तापमान में कमी लाने के लिए पर्याप्त नहीं होगी।
Image Credit: NDTV
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