पिछले कुछ दिनों के दौरान हल्के पश्चिमी विक्षोभ आ रहे थे तथा हवाओं की रफ्तार भी उत्तर भारत में काफी कम बनी हुई थी। हल्की हवा तथा कम तापमान ओं के चलते दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई भागों में प्रदूषण अपने चरम पर बना हुआ है। जब आसमान में बादल होते हैं या प्रदूषण बहुत अधिक होता है तब न्यूनतम तापमान में गिरावट कम होती है।
अब पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ गया है तथा उत्तर पश्चिम दिशा से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इनके परिणाम स्वरूप प्रदूषण में कमी आएगी तथा न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इस समय उत्तर भारत के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं तथा न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास है।
इस सप्ताह के अंत तक दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में जैसे कि पंजाब हरियाणा पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी राजस्थान में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। सुबह और शाम की सर्दी काफी बढ़ जाएगी हालांकि दिन सामान्य बना रहेगा।
दिन में तेज धूप निकलेगी तथा सुबह के समय धुंध और कुहासा छा सकता है। नवंबर के तीसरे सप्ताह तक उत्तर भारत के कुछ भागों में शीतलहर चलने की संभावना नजर आ रही है। इस वर्ष ला नीना के प्रभाव से उत्तर मध्य तथा पूर्वी भारत में सर्दी सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है।