राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में लंबे इंतजार के बाद रविवार की सुबह बारिश में भीगी हुई दिखी। इसके लिए पहले ही संभावना जताई गई थी। स्काइमेट ने 5 दिसंबर की रात से 6 और 7 दिसंबर के बीच दिल्ली एनसीआर में बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया था। बीते 24 घंटों में दिल्ली में लगभग 5 मिलीमीटर बारिश हुई है। बारिश के चलते राजधानी का मौसम बिल्कुल बदल गया है। ठंडी हवाएं दिन में भी चल रही हैं जिससे दिन के तापमान में काफी गिरावट आई है।
मॉनसून के बाद 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक दिल्ली में औसत से काफी कम बारिश देखने को मिली थी। इस दौरान आमतौर पर लगभग 35 मिलीमीटर वर्षा होती है जबकि आज हुई बारिश के आंकड़े भी अगर मिला लें तो कुल लगभग 9मिलीमीटर बारिश बमुश्किल हुई है। यानी मॉनसून के बाद जितनी बारिश होनी चाहिए थी उससे लगभग 75 फ़ीसदी कमी वर्षा देखने को मिली है। यही कारण है कि दिल्ली में अब तक घना कोहरा नदारद है। क्योंकि हवा में नमी में कमी चल रही थी।
इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास सक्रिय है और पहाड़ों पर मौसम को व्यापक रूप में प्रभावित कर रहा है। इसके चलते पंजाब सहित मैदानी भागों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। यह सिस्टम पूर्वी दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसी की वजह से बीती रात मौसम ने करवट ली, घने बादल दिल्ली के आसमान पर भी छाए और रात से ही रुक-रुक कर कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश दर्ज की गई। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार यह सिस्टम आज रात पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर चला जाएगा जिससे आज शाम तक बारिश की उम्मीद है। उसके बाद मौसम शुष्क हो जाएगा।
कड़ाके की ठंडक की वापसी
मौसम बदलने के कारण दिन के तापमान में काफी गिरावट हुई है। कल यह 21.2 डिग्री था आज गिरकर 17-18 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर पहुँच गया। इसके चलते दिन में भी सर्दी के हालात बने हुए हैं। बारिश बंद होने के बाद 7 जनवरी से ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ पहाड़ों पर हुई बर्फबारी की ठंडक लिए आएगी जिससे रात के तापमान में व्यापक गिरावट होगी और कड़ाके की सर्दी के साथ कोहरे की धमक भी दिखेगी। उम्मीद है कि 7-8 जनवरी से न्यूनतम तापमान 5 डिग्री या उससे भी नीचे पहुँच जाएगा। साथ ही घना कोहरा भी सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर सकता है। हालांकि शीतलहर की वापसी के संकेत नहीं हैं।
प्रदूषण से बड़ी राहत
प्रदूषण से संघर्ष कर रही दिल्ली और इसके आसपास के शहरों नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार दिखा। वायुमंडल में बने पीएम 2.5 और पीएम 10 सहित सभी तरह के प्रदूषक तत्व साफ हो गए। साथ ही अब अगले कुछ दिनों तक ठंडी और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी जिससे आने वाले दिनों में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक नीचे ही रहेगा।
Image credit: DNA
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।