उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में आमतौर पर सर्दियों में बारिश होती है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में होने वाली इस बारिश से रबी फसलें लहलहा उठती हैं। लेकिन इस बार मैदानी राज्यों में बारिश ना के बराबर हुई है। इस बीच राजस्थान में कल रात से बारिश शुरू हो गई है और राजस्थान के उत्तरी तथा पूर्वी जिलों और इससे सटे उत्तरी मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश होने के आसार हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुँच गया है। इसके प्रभाव से एक चक्रवाती सिस्टम भी राजस्थान और इससे सटे मैदानी हिस्सों पर विकसित हो गया है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से राजस्थान में काल रात से ही बारिश हो रही है। जबकि बारिश वाले घने बादलों ने मध्य प्रदेश पर आज दोपहर से डेरा डाला है।
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अनुमान है कि सक्रिय मौसमी सिस्टमों के चलते अलवर, भरतपुर, झुनझुनू, सीकर, दौसा और सवाई माधोपुर में आज शाम तक वर्षा के लिए स्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं। इसी तरह उत्तरी मध्य प्रदेश के ग्वालियर, मुरैना, दतिया, भिंड और आसपास के हिस्सों में भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
बारिश और बादलों के चलते इन भागों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि न्यूनतम तापमान ऊपर चला गया है जिससे इन भागों में पिछले दिनों से जारी शीतलहर से राहत मिलेगी। यह अलग बात है कि यह राहत अगले 24 घंटों तक ही रहेगी क्योंकि बारिश बंद होने के बाद फिर से ठंडी हवाएँ अपने साथ सर्दी लेकर आएंगी।
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ के आगे निकलते ही उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से सर्द और शुष्क हवाएँ उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में पहुचेंगी जिससे मध्य प्रदेश और राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में फिर से न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
Image credit: Absolute India News
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