जनवरी में मौसम आमतौर पर गर्म रहा लेकिन लोगों की शिकायत दूर करते हुए जब सर्दी शुरू हुई तो ऐसे कि कई जगह रिकॉर्ड ही बन गए। जम्मू में सर्दी ने 70 साल का रिकॉर्ड तोड़ा और यहाँ तापमान गिरते हुए 0.5 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। पुरी में सर्दियों में होने वाली बारिश ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। दिल्ली में लोगों ने कड़ाके की ठंडी महसूस की जबकि बंगलूरु में यह जनवरी सबसे अधिक बारिश वाला महीना साबित हुआ।
दूसरी यह जनवरी केरल के लिए बेहद गर्म रही। बीते 10 वर्षों में इस जनवरी केरल में सबसे अधिक गर्मी दर्ज की गई। आर्थिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र मुंबई में नए साल का पहला दिन काफी गर्म रहा। क्या मुंबई, क्या इंदौर मध्य भारत के अधिकांश भागों में लोग सामान्य से अधिक तापमान के चलते परेशान रहे। सामान्यतः देश के मध्य हिस्सों में जनवरी के पहले सप्ताह में हवा में ठंड होती है लेकिन इन भागों में मौसम गर्म बना रहा। दिल्ली में भी यह जनवरी का शुरुआती समय बीते 5 वर्षों में सबसे गर्म रहा।
हालांकि बीते 2-3 दिनों से उत्तर भारत के साथ-साथ मध्य और पूर्वी राज्यों में भी तापमान में बढ़ोत्तरी का क्रम शुरू हो गया है। बीते एक सप्ताह की सर्दियों से दिन में खिली धूप राहत दिला रही है। प्रायद्वीपीय हिस्सों में उमस के साथ बढ़ी गर्मी दिन के मौसम को असहज बना रही है।
उत्तर भारत में मौसम के बदले मिजाज़ से लोगों को अगर यह लग रहा है कि अब हम बर्फीली सर्दी की जकड़ से बाहर निकल रहे हैं, तो यह गलत होने वाला है क्योंकि फरवरी का आगाज़ अच्छी सर्दी के साथ होगा। वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार अनुमान है कि समूचे उत्तर भारत में फरवरी में मौसम ठंडा रहने वाला है।
एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आ रहा है। अनुमान है कि इसका प्रभाव उत्तर भारत के पहाड़ों पर बृहस्पतिवार की रात से दिखने लगेगा। इस मौसमी हलचल के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में अधिकांश जगहों पर अगले 2 दिनों तक बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं। इन दोनों राज्यों में कहीं-कहीं भरी बर्फबारी भी संभव है। उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर वर्षा और हिमपात की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।
इसी सिस्टम के प्रभाव से पंजाब में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान हल्की बारिश होने का अनुमान है। पहाड़ों पर हो रही बारिश के दौरान मैदानी राज्यों में रात का तापमान बढ़ेगा। लेकिन जम्मू-कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ के आगे निकलते ही पहाड़ों पर मौसम शुष्क हो जाएगा और वहाँ से बर्फीली हवाओं का प्रवाह नीचे मैदानी भागों की तरफ बढ़ जाएगा।
यानि कि मैदानी भागों के लिए फरवरी का पहला दिन अपने साथ अच्छी सर्दी लेकर आने वाला है। स्काइमेट के अनुसार 1 फरवरी से दिल्ली सहित मैदानी राज्यों के दिन और रात के तापमान में कमी आएगी और पहले हफ्ते तक इन भागों में फिर से कड़ाके की ठंड महसूस की जाएगी। सप्ताह के शुरुआती दो दिनों के दौरान कोहरा भी वापसी करेगा। इस दौरान कई जगहों पर हल्के से मध्यम कोहरा छाने के आसार हैं। पंजाब में कोहरे की तीव्रता सबसे अधिक होगी।
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