लंबे समय के शुष्क मौसम के बाद आखिरकार शिमला सहित हिमाचल प्रदेश के कई भागों में अच्छी बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई। किन्नौर, चंबा, सिरमौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति में बारिश और बर्फबारी से सैलानियों के लिए मौसम रोमांचक हो गया है।
शिमला में 7 फरवरी की सुबह से ही हल्की बारिश की फुहारें पड़ना शुरू हुईं। जबकि बर्फबारी का नज़ारा दिन में 11 बजे से देखा गया। धीरे-धीरे समूचा शिमला सफ़ेद बर्फ की चादर में ढँक गया। शिमला के कारापत्थर में 6 इंच की बर्फबारी रिकॉर्ड की गई। नरकंडा में 2 इंच की बर्फबारी दर्ज की गई है।
हाल ही में उत्तर भारत पर बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते यह ताज़ा बर्फबारी देखने को मिली है। पश्चिम से आया यह मौसमी सिस्टम 6 फरवरी को उत्तर भारत के करीब पहुंचा था, जिसके चलते सबसे पहले जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिलीं। जैसे-जैसे यह सिस्टम पूर्वी दिशा में आगे बढ़ा बारिश और बर्फबारी का प्रसार भी पूर्वी क्षेत्रों में बढ़ता गया।
हिमाचल में हुई इस बर्फबारी से सेब की फसल को फायदा होगा क्योंकि ठंडा मौसम और बर्फबारी सेब की फसल के लिए लाभदायक होती है। बर्फ पड़ने से शिमला में दिन के तापमान में व्यापक कमी आई और 7 फरवरी को अधिकतम तापमान गिरकर 5.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जो इस सर्दी ऋतु का सबसे कम है।
हालांकि शिमला सहित हिमाचल के अन्य भागों में मौसम अब साफ हो गया है। स्काइमेट के अनुसार अगले 24 से 36 घंटों तक मौसम इसी तरह साफ और शुष्क बना रहेगा। अगले 48 घंटों के बाद मौसम एक बार फिर से करवट ले सकता है, क्योंकि 9 फरवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों को प्रभावित करने वाला है।
शिमला में 10 और 11 फरवरी को बर्फबारी का ताज़ा झोंका आएगा। फिलहाल हिमाचल की राजधानी में सामान्य से नीचे चला गया तापमान अगले 24 घंटों के दौरान ऊपर जाएगा।
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