पंजाब में 17 और 18 अगस्त को कई स्थानों पर मूसलाधार बारिश हुई है। कपूरथला, मुक्तसर, भटिंडा, पटियाला, लुधियाना, सहित कई जिलों में बारिश अब औसत से ऊपर पहुँच गई है। पूरे पंजाब की बात करें तो 1 जून से 20 अगस्त के बीच बारिश सामान्य से 5% ऊपर आ गई।
लेकिन अब मॉनसून ट्रफ फिर से राजस्थान की तरफ जा रही है। इसके चलते पंजाब के ज़्यादातर इलाकों में बारिश बंद हो जाएगी। कुल मिलकर कह सकते हैं कि 20 से 26 अगस्त के बीच पंजाब में मॉनसून कमजोर रहेगा।
चाहे बात उत्तर के शहरों पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, अमृतसर कपूरथला, रूपनगर की हो यह मध्य के शहरों पटियाला, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, संगरूर की हो। या फिर से भटिंडा, फ़रीदकोट, मोगा, बरनाला, मनसा, जालंधर, फ़िरोज़पुर सहित पश्चिमी और दक्षिणी शहरों की हो.... सभी स्थानों पर मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि 26 अगस्त को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
अधिकतर शहरों में दिन का तापमान 33 से 38 डिग्री के बीच दर्ज किया जाएगा। उमस बनी रहेगी।
फसल सलाह
इस मौसम को खेती के संदर्भ में देखें तो हाल ही में हुई वर्षा के कारण कई जगहों पर, खासकर उत्तरी और दक्षिण इलाकों में खेतों में पानी भर गया है। किसानों को सुझाव है कि पानी खेतों से निकालें। मिट्टी में अत्यधिक नमी हो जाने के कारण कीटों का प्रकोप और पौढ़ें के गलने जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।
ऐसे में फसलों पर नज़र रखें। यदि कीटों का प्रकोप या रोगों के लक्षण दिखें तो संक्रमित पौध को निकाल कर नष्ट करें व मौसम साफ होने पर दवाओं का छिड़काव करें। मौसम अनुकूल हो जाने पर बरसाती प्याज़ की बिजाई व रोपाई कर सकते हैं।
अच्छी उपज के लिए एग्री-फाउंड डार्क रेड किस्म का चुनाव करें। धान की फसल में से खर-पतवारों को निकाल दें। मक्का की फसल में पानी का जमाव बिलकुल न होने दें।
Image Credit: IGC Sputnik News
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