आइये जानते हैं गुजरात में 13 से 19 फरवरी के बीच कैसा रहेगा मौसम।
गुजरात के अधिकांश हिस्सों में मौसम लंबे समय से शुष्क बना हुआ है। इस जनवरी में गुजरात के कुछ भागों में काफी अच्छी बारिश देखने को मिली थी। जिसके परिणाम स्वरूप 1 जनवरी से 12 फरवरी के बीच गुजरात रीजन में सामान्य से 125% अधिक वर्षा हुई है। जबकि सौराष्ट्र और कच्छ में वर्षा बहुत कम रही है। इस दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में सामान्य से 100% कम वर्षा हुई है।
पिछले दो दिनों के दौरान गुजरात में न्यूनतम तापमान बढे हैं इसीलिए अब अधिकांश जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए हैं। केवल नलिया, द्वारका, ओखा और पोरबंदर में ही रात के तापमान सामान्य से कम है।
इस सप्ताह संभावना है कि तापमान यथावत ही बने रहेंगे। दिन गर्म बना रहेगा तथा आसमान लगभग साफ रहेगा। गुजरात के अधिकांश भागों में शुष्क मौसम के बीच 17 और 18 फरवरी के दौरान गुजरात के पूर्वी जिलों में हल्की वर्षा हो सकती है। दाहोद, पंचमहल, छोटा उदयपुर, नर्मदा तथा महिसागर आदि जिलों में इस दौरान हल्की वर्षा या बूंदाबांदी की संभावना है। सूरत, वलसाड, नवसारी में भी 17-18 फरवरी को बूँदाबाँदी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
इस मौसम का फसलों पर कैसा होगा असर
वर्तमान मौसम को देखते हुए किसान भाइयों को सुझाव है कि खड़ी फसलों में हल्की सिंचाई करते रहें। गुजरात के पूर्वी क्षेत्रों में जहां 17 और 18 फरवरी को बारिश की संभावना है, उन भागों में सिंचाई या किसी तरह के कीटनाशी और रोग नाशी दवाओं का छिड़काव भी न करें।
जबकि सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में शुष्क मौसम और सौराष्ट्र में बढ़ी आर्द्र के चलते फसलों में कीटों और रोगों का संक्रमण फैल सकता है। फसलों पर निगरानी करते रहें और आवश्यकता पड़ने पर उचित उपचार करें।
जिन भागों में गेहूं की फसल कटाई के लिए तैयार हो रही है उन भागों में अब गेहूं की फसलों में सिंचाई बंद कर दें ताकि फसल के सूखने में अधिक समय न लगे।
Image credit: Times of India
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