उत्तर प्रदेश में 14 से 20 जनवरी के बीच संभावित मौसम पूर्वानुमान और फसल सलाह
उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों में दिन और रात के तापमान में भारी वृद्धि हुई थी, जिसमें 9-10 जनवरी से गिरावट दर्ज की गई है। पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में पारा नीचे आया और बाद में प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, प्रतापगढ़ समेत सभी क्षेत्रों में पारा गिरा। 13 -14 जनवरी को पश्चिम से लेकर पूरब तक उत्तर प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप देखने को मिलने लगा था।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोल्ड डे कंडीशन बनी हुई है। रात के तापमान भी सामान्य से नीचे बने हुए हैं जिससे शीतलहर जैसी स्थिति पैदा हो गई है। पिछले 2 दिनों से राज्य के कई जिलों में सुबह के समय घना कोहरा भी छा रहा है जिससे रेल-सड़क-हवाई यातायात प्रभावित हो रहा है।
इस सप्ताह के शुरुआती तीन-चार दिन यानि 16-17 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के कई भागों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। कोल्ड डे कंडीशन भी अगले 2 दिनों तक जारी रह सकती है तथा शीतलहर का प्रकोप भी कम से कम 16 जनवरी तक देखने को मिलेगा। कई जिलों में सुबह के समय पाला पड़ने की भी संभावना नजर आ रही है। 17-18 जनवरी से दिन व रात के तापमान में कुछ वृद्धि हो सकती है जिससे कड़ाके की सर्दी से कुछ राहत मिल सकती है।
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
कोहरा, पाला, और शीतलहर के चलते कुछ फसलों में रोगों और कीटों की आशंका बनी हुई है। किसानों को सुझाव है कि फसलों पर निगरानी रखें और आवश्यकता पड़ने पर उचित उपचार भी करें।
मटर की फसल में अगर पाउडरी मिल्ड्यू के लक्षण दिखाई दें तो इसके नियंत्रण के लिए घुलनशील सल्फर की 2 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर साफ मौसम में स्प्रे करें।
गेहूँ की फसल में यदि दीमक का प्रकोप हो तो क्लोरोपाइरीफॉस 20 ईसी 2 लीटर प्रति एकड़ 20 किग्रा बालू में मिलाकर शाम के समय खेतों में छिड़कें। चने की फसल को फली छेदक से बचाने हेतु फेरोमोन ट्रेप लगाएँ।
Image credit: The Indian Express
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