उत्तर प्रदेश में 11 से 17 फरवरी के बीच संभावित मौसम पूर्वानुमान और फसल सलाह
उत्तर प्रदेश में इस समय मौसम शुष्क बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में जनवरी और फरवरी में रुक-रुक कर बारिश के कुछ दौर आते रहते हैं जिससे अधिकाश फसलों को फायदा होता है। लेकिन इस बार पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम लगभग पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है जिससे यहाँ 1 जनवरी से 10 फरवरी के बीच सामान्य से 92% कम बारिश हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामान्य से 11% कम वर्षा हुई है।
यह सप्ताह भी उत्तर प्रदेश के लिए शुष्क मौसम वाला ही रहेगा। हालांकि 17 तथा 18 फरवरी को पूर्वी तथा दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादल छा सकते हैं। परंतु वर्षा की संभावना नहीं है। अधिकांश स्थानों पर दिन के तापमान सामान्य से कुछ अधिक हैं। दिन में तेज धूप निकलने के परिणाम स्वरुप दिन के तापमान में कुछ और वृद्धि हो सकती है। राज्य में इस सप्ताह सुबह के समय कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है। लेकिन कोहरा बहुत घना नहीं होगा।
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
मौसम शुष्क रहने और तापमान में बढ़ोत्तरी होने की संभावना को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि खड़ी फसलों व सब्जियों में आवश्यकतानुसार सिंचाई देते रहें।
सब्जियों की फसल में इस समय चेपा कीट का प्रकोप बढ़ सकता है, इसकी रोकथाम हेतु सब्जियों की तुड़ाई के बाद इमिडाक्लोप्रिड का छिड़काव 0.5 मिली प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें व छिड़काव के एक सप्ताह बाद सब्जियों को न तोड़ें।
प्याज़ की फसल में यदि थ्रिप्स का प्रकोप देखने को मिल रहा हो तो कानफिडोर 0.5 मिली प्रति 3 लीटर पानी में घोलें और 3 टीपोल जैसे चिपकने वाले पदार्थ को मिलाएँ व छिड़काव करें।
आगामी फसलों के लिए खेतों को तैयार करना शुरू करें। भिंडी की अगेती बुवाई इस समय की जा सकती है। आगामी फसलों के लिए खेतों को तैयार करने के लिए यह समय अनुकूल है।
Image credit: The Hindu Business Line
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