उत्तर प्रदेश में इस सप्ताह यानि 9 से 15 अप्रैल के बीच अधिकांश समय लगभग शहरों में मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है। तापमान में भी इस सप्ताह तेज़ वृद्धि होगी। खासतौर पर दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में पारा 40 डिग्री के आसपास पहुँच जाएगा। उम्मीद और सामान्य से अधिक गर्मी की चपेट में राज्य के अधिकांश इलाके जल्द ही होंगे।
उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी जिलों और तराई क्षेत्रों में 14 अप्रैल को हल्की प्री-मॉनसून वर्षा हो सकती है। खासतौर पर सहारनपुर, मुजफरनगर, बिजनौर, पीलीभीत, खीरी, बहराइच और आसपास के इलाकों में बारिश का मौसम बन सकता है।
बागपत, गाज़ियाबाद, आगरा, मथुरा, एटा, इटावा, कानपुर, कन्नौज, लखनऊ, अयोध्या, रायबरेली, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज और वाराणसी समेत बाकी हिस्सों में पूरे सप्ताह मौसम साफ और शुष्क होगा। दक्षिण पूर्वी भागों में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है।
जबकि पश्चिमी हिस्सों में 35 डिग्री या उसके आसपास बना रहेगा।
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
किसानों को सुझाव है कि जिन इलाकों में वर्षा की संभावना है, वहाँ कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें ताकि फसल व दाने खराब न हो।
कोरोना वाइरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सुझाव है कि कटाई और मड़ाई संभव हो तो मशीनों से करें और खेत व खलिहान में काम करते समय आपस में दूरी के निर्देशों का पालन करें। हाथ से प्रयोग किए जाने वाले औज़ारो को प्रयोग से पहले व बाद में साबुन व पानी से ठीक से धोएँ।
जिन जगहो पर रबी फसलों की कटाई हो चुकी हो वहाँ हरी खाद के लिए खेत में पलेवा किया जा सकता है, यदि पर्याप्त नमी हो तो हरी खाद के लिए ढेचा, सनई अथवा लोबिया की बुवाई की जा सकती है।
कद्दू-वर्गीय फसलों में 4 से 5 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें। यदि पौधे कमजोर हो रहे हो तो आवश्यकता अनुसार यूरिया की टॉप ड्रेसिंग कर दें, इस बात का विशेष ध्यान रखें की यूरिया का छिड़काव पत्तियों पर ना करें अन्यथा पौधे जल जाएंगे।
Image credit: The Economic Times
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