आइए जानते हैं 23 से 29 अप्रैल के बीच कैसा रहेगा उत्तर प्रदेश में मौसम का हाल।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 22 अप्रैल को हल्की वर्षा की गतिविधियां देखने को मिली। अब 23 अप्रैल से 26 अप्रैल के बीच उत्तर प्रदेश के दक्षिणी जिलों में हल्की बारिश जारी रहने की संभावना है। 27 अप्रैल से 29 अप्रैल के बीच उत्तर प्रदेश के कई भागों में वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। उस दौरान मध्यम से भारी वर्षा की भी संभावना है।
26 अप्रैल के आसपास एक ट्रफ रेखा हरियाणा से बिहार तक विकसित होगी जिसके परिणाम स्वरूप वर्षा की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। हालांकि भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना नहीं है। परंतु 1-2 स्थानों पर तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि होने तथा तेज हवाएं चलने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश के ज़्यादातर जिलों में 27 से 29 अप्रैल के बीच दिन के तापमान में भी 2-3 डिग्री की गिरावट हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्षा की संभावना को देखते हुए किसानों को सलाह है कि मड़ाई की गतिविधियां अभी टाल दें। कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
किसानों को सुझाव है कि रबी फसलों की कटाई के बाद इसके अवशेषों को खेतों में न जलाएँ। इससे पर्यावरण दूषित होता है और मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है।
पक चुकी फसलों की कटाई-मड़ाई मौसम साफ होने पर ही करें।
फसलों की कटाई के बाद खेतों की गहरी जुताई कर खेतों को छोड़ दें जिससे मिट्टी में अच्छे से धूप और हवा लग सके। सूर्य की तेज़ किरणों की गर्मी से कीटों के अंडे तथा खर-पतवारों के बीज भी नष्ट हो जाएंगे।
फरवरी माह में बोई गई गन्ने की 60 दिन की फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई दें तथा 110 किलोग्राम यूरिया प्रति हेक्टेयर की दर से ऊपर से डालें और गुड़ाई करें।
कद्दू वर्गीय फसलों में अगर रस चूसने वाले कीटों का प्रकोप हो तो येल्लो ट्रेप का प्रयोग करें और 1.5 मिली लीटर डाईमेथोएटड या 1.5 ग्राम एसीफेट को प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें।
अनाज व अन्य उत्पादो को यदि मंडी ले जा रहे हो तो ये सुनश्चित अवश्य कर लें उत्पादो में नमी कम से कम या अनुकूलतम हो, जिससे उत्पादों को मंडी परिसर में न रखना पड़े और वर्षा से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
Image credit: Omcom News
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।