हरियाणा में नए साल में यानि 1 जनवरी से लेकर 4 फरवरी 2020 के बीच सामान्य से 51% ज़्यादा बारिश हुई है। इतने समय में जहां 15 मिलीमीटर बारिश होती है वहाँ 23 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
लेकिन इस सप्ताह समूचे हरियाणा में मौसम शुष्क और साफ रहने की संभावना है। एक-दो बार पश्चिमी विक्षोभ आएंगे ज़रूर लेकिन हरियाणा का मौसम नहीं बदल पाएंगे। अब शुष्क मौसम फसलों के लिए अच्छा भी है।
राज्य में दिन और रात के तापमान में अंतर काफी बढ़ गया है। इस सप्ताह भी दिन और रात के तापमान में लगभग 15 डिग्री का अंतर बना रहेगा, जो बहुत सामान्य नहीं है।
सिरसा, फ़तेहाबाद, कैथल, हिसार, जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, पंचकुला, करनाल, पानीपत और सोनीपत समेत हरियाणा के ज़्यादातर उत्तरी जिलों में रात का तापमान इस सप्ताह 4 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहेगा। यानि रात और सुबह के समय कड़ाके की ठंड होगी।
राहत की बात है कि दिन में धूप खिलेगी जिससे दिन में राहत रहेगी। ठंडी हवाएँ रुक-रुक कर चलती रहेंगी लेकिन धूप के असर को बहुत कम नहीं कर पाएँगी। दिन में तापमान 17 से 22 डिग्री के बीच रहेगा।
हरियाणा के किसानों के लिए इस हफ्ते की एड्वाइज़री
मौसम मुख्यतः को देख हुए किसानों को सुझाव है कि फसलों में आवश्यकतानुसार सिंचाई दें। समय पर बोई गई गेहूँ की बौनी किस्मों में तीसरी व पछेती किस्मों में दूसरी सिंचाई दें। नाइट्रोजन की बची ख़ुराक दें। खाद डालने के बाद गोड़ी अवश्य करें। हल्की ज़मीन में खाद सिंचाई के बाद डालें।
जौ की फसल में भी दूसरा पानी तथा नाइट्रोजन की बची आधी मात्रा डालें। देर से बोई गई मटर की फसल में बुआई के लगभग 4-6 सप्ताह बाद सिंचाई करें और उसके बाद यूरिया खाद का 13 किग्रा प्रति एकड़ कि दर से छिड़काव करें। फसल में यदि थ्रिप्स का प्रकोप हो तो 60 मिली साइपरमेथ्रिन 25 ई.सी. 200-250 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। रोग दूर ना होने पर दो सप्ताह बाद दोबारा छिड़काव करें।
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