आइए जानते हैं 25 से 31 अक्टूबर के बीच कैसा रहेगा राजस्थान में मौसम का हाल।
राजस्थान से आमतौर पर 30 सितंबर से पहले ही मॉनसून वापस लौट जाता है और अक्टूबर महीने में बारिश बहुत कम होती है। हालांकि जितनी बारिश होती भी है उतनी भी इस साल अक्टूबर में अब तक नहीं हुई है।
पूर्वी राजस्थान में 1 से 25 अक्टूबर के बीच औसतन 13-14 मिमी वर्षा होती है जबकि इस दौरान औसत से 73% कम 3.7 मिमी वर्षा हुई है। पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 48% कम 3.5 मिमी वर्षा हुई है।
इस सप्ताह भी राजस्थान में बारिश के आसार बहुत कम हैं। अनुमान है कि लगभग पूरे सप्ताह राजस्थान में कोटा, सवाई माधोपुर, जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमर, चुरू, गंगानगर, भरतपुर, अलवर सहित सभी जिलों में मौसम सूखा रहेगा। दिन में धूप रहेगी और सुबह व रात में हल्का कुहासा या धुंध छाई रहेगी।
इस सप्ताह तापमान की रेंज होगी 15-18 सुबह के समय जबकि दिन में 33-36 डिग्री के बीच। पश्चिमी जिलों में अपेक्षाकृत अधिक गर्मी होगी
राजस्थान में अब बारिश की उम्मीद तभी की जा सकती है जब उत्तर भारत में कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आए। और फिलहाल जल्द कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है।
राजस्थान के किसानों के लिए फसल सलाह
रबी फसलों की बुआई शुरू हो चुकी है। अगेती किस्में बोई जा रही हैं। जिप्सम में गंधक की प्रचुर मात्रा होती है जिससे सरसों की फसल में तेल की मात्रा, उपज व रोग-रोधी क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है।सरसों की बुआई से पहले खेत में 300 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से जिप्सम मिलाएं।
चने की बुआई के पहले 20 किग्रा. नत्रजन व40 कि.ग्रा. फास्फोरस प्रति हेक्टर की दर से खेत में डालें इससे अच्छी पैदावार में मदद मिलती है।
चने की फसल में जड़ गलन और उकठा रोग की आशंका रहती है। इससे बचाव के लिए 2 ग्राम बाविस्टीन से प्रति किग्रा. बीज की दर से उपचारित करें। दीमक की आशंका वाले खेतों में हानि से बचाव हेतु बीज को क्लोरोपायरीफोस 400 मिली. प्रति क्विंटल बीज की दर से उपचारित करें।
Image credit: The News Minuts
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