आइए जानते हैं 24 मई से 30 मई के बीच कैसा रहेगा राजस्थान में मौसम का हाल
राजस्थान में इस सप्ताह प्रचंड गर्मी पड़ने की संभावना है। चुरू, गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, कोटा समेत अधिकांश जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे भी ऊपर रिकॉर्ड किया जा सकता है। चूरु और गंगानगर समेत पश्चिमी हिस्सों में भीषण गर्मी से जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। 28 मई तक राजस्थान के लगभग सभी भागों में मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क बना रहेगा।
29 मई से राज्य के उत्तरी भागों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और धीरे-धीरे उत्तरी राजस्थान के साथ-साथ मध्य भागों में भी मौसम करवट लेगा। अनुमान है कि 29 मई से 31 मई के बीच राजस्थान के कई जिलों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर तेज बौछारें गिर सकती है। उस दौरान तापमान में व्यापक गिरावट होने की संभावना है और लू के प्रकोप से भी राहत मिलने की उम्मीद है। यह वही समय होगा जब देश के दक्षिण में यानी केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2020 दस्तक दे रहा होगा।
किसानों के लिए फसल सलाह
वर्तमान मौसम को देखते हुए किसानों को सुझाव है कि खड़ी फसलों में नियमित रूप से सिंचाई करते रहें। इन दिनों कद्दू वर्गीय फसलों की बेलों विशेष कर तरोई की पत्तियों पर भूरे रंग के धब्बे दिखाई देते है, जो डाउनी मिल्ड्यू रोग के कारण बनते हैं। इससे पत्तियां सूखकर गिर जाती हैं। इसके नियंत्रण के लिए रिडोमिल-गोल्ड अथवा फाइटोलोन अथवा इन्डोफिल एम-45 अथवा कैलिक्सिन की 2 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी मे घोल बनाकर छिड़काव करें।
भिन्डी की फसल में इस समय विभिन्न कीटों का प्रकोप देखा जा रहा है, इसलिए फसलों की नियमित निगरानी करते रहें व उत्तपत्ति होने पर उचित उपचार करें। भिंडी की फसल में चितकबरी एवं अन्य लटों की रोकथाम के लिये कार्बोरिल (50 डब्लू.पी.) को 4 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़कें या मेलाथियान (50 ई.सी.) का 1.5 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से छिडकाव करें। दीमक की रोकथाम के लिए इथियान या डाईकोफाल 1.5 मिली. अथवा प्रोपाजाइट 1.0 मिली. प्रति लीटर पानी की दर से घोल बना कर छिड़काव करें। छिड़काव प्रात: या सन्ध्या काल में करें।
Image credit: The Indian express
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