8 और 9 मार्च को राजस्थान के उत्तरी भागों में एक-दो स्थानों पर शीतल का मौसम काफी ठंडा रहेगा और कुछ स्थानों पर हल्के से मध्यम कोहरा छाया रहेगा। इस सप्ताह यनी 8 से 14 मार्च के बीच सम्पूर्ण राजस्थान में मौसम मुख्यतः शुष्क और आरामदायक बना रहेगा। आसमान साफ रहेगा। कुछ भागों में मध्यम गति की हवाएँ प्रभावित करेंगी।
10 मार्च फिर होगी बारिश और ओलावृष्टि
10 मार्च को राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी भागों में कुछ स्थानों पर गरज और तेज़ हवाओं के साथ फिर से हल्की बारिश हो सकती है। 11 मार्च से इन्हीं भागों में बारिश की गतिविधियां तेज़ हो सकती हैं। 12 मार्च तक उत्तरी राजस्थान में कुछ जगहों पर गरज और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी संभव है। 13 से उत्तर-पश्चिमी भागों में गतिविधियां कम होंगी जबकि उत्तर-पूर्वी हिस्सों में बारिश बाद जाएगी।
14 मार्च को राजस्थान के उत्तर पूर्वी भागों में गरज और तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी संभव है।
राज्य के दक्षिणी भागों में आंशिक बादलों के साथ मौसम आरामदायक लेकिन शुष्क बना रहेगा। इन क्षेत्रों में दिन हल्का गर्म हो सकता है क्योंकि तापमान सामान्य या सामान्य से कुछ ऊपर रहेगा। जबकि रात का मौसम सुहावना रहेगा।
राजस्थान के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्षा के अनुमान को देखते हुए बिजाई, सिंचाई व छिड़काव की गतिविधियों को अभी रोक दें। फसलों को क्षति से बचाने के लिए उचित उपाय करें। मौसम में हो रहे परिवर्तन एवं आसमान में बादल छाए रहने से जौ की फसल, जिसमें बाली निकल रही है या निकल चुकी हैं, चैंपा (एफिड) कीट का भारी प्रकोप होने की सम्भावना है। यह कीट बहुत तेजी से फैलते हैं तथा बाली में बनने वाले दानों का रस चूसते हैं। इस कीट के नियंत्रण के लिए प्रति हेक्टेयर मिथाइल डिमेटान (25 ई.सी.) का एक लीटर या थायोमिथोक्साम (25 डब्ल्यू.जी.) का 200 ग्राम की दर से 600 से 700 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
मौसम पूर्णतः साफ हो जाने पर जायद फसलों की बिजाई करें। जायद मूंग की बिजाई का उचित समय मार्च के दूसरे सप्ताह से मार्च के अंतिम सप्ताह तक है। जायद मूंग की बिजाई के लिए एस.एम.एल-668 अच्छी किस्म है, प्रति हेक्टर 20-25 कि.ग्रा. बीज प्रर्याप्त होगा।
Image credit: Mangalorean
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