राजस्थान में 19 से 25 अप्रैल के बीच कुछ इलाकों में आँधी और बारिश की संभावना है। पिछले सप्ताह भी राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी तथा मध्य जिलों में हल्की वर्षा तथा आंधी की गतिविधियां देखी गई थीं।
19 और 20 अप्रैल को राजस्थान के कई जिलों में, विशेषकर, पश्चिमी तथा उत्तर पश्चिमी जिलों में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
21 अप्रैल को राजस्थान में मौसम साफ हो जाएगा। लेकिन 22 अप्रैल से फिर मौसम बदलेगा और 22 से 25 अप्रैल के बीच एक बार फिर राजस्थान के कुछ भागों में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
24 और 25 अप्रैल को जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, जालौर, नागौर, कोटा और बूंदी समेत राजस्थान के दक्षिणी और पश्चिमी जिलों में भी आंधी और बारिश की संभावना बढ़ जाएगी। जबकि इस दौरान उत्तरी जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है।
राजस्थान के किसानों के लिए फसल सलाह
आगामी दिनों में कुछ हिस्सों में वर्षा की संभावना को देखते हुए किसानों को सलाह है कि कटी हुई फसलों की सुरक्षा सुनिशित करें। अनाज को भंडारण से पहले भली-भांति सुखाएँ। दानों में 12% से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए।
मौसम में हो रहे बादलव के कारण कद्दू वर्गीय सब्जियों की बेलों मे आजकल चूर्णीय फफूंद (पाउडरी मिलड्यू) का प्रकोप हो रहा है। इससे पत्तियों के ऊपरी भाग तथा नए विकसित होने वाले फलों पर सफेद रंग का पाउडर दिखाई देता है, जिसके कारण फल सूख कर गिर जाते हैं। रोकथाम के लिए केराथेन कवकनाशी का 0.10% घोल के 1 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी की दर से घोलकर छिड़काव करें।
कपास की फसल की लिए खेतों को तैयार करना शुरू करें। खेत की 2-3 बार जुताई करें।
हरे चारे के लिए बोई गई रिजके की फसल से जुलाई तक हरा चारा मिलता है। इसकी हर माह में एक कटाई ली जा सकती है। आने वाले समय में तापमान वृद्धि होने की संभावना है। इसलिए जहां बारिश के आसार नहीं हैं वहाँ 7-8 दिनों के अन्तराल पर सिंचाई करें ताकि गर्मियों में हरा चारा मिलता रहे।
कोविड़-19 (कोरोना वाइरस) से बचाव के लिए किसान मित्रा व्यक्तिगत साफ-सफाई और सामाजिक दूरी का ध्यान रखें।
Image Credit: The Financial Express
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