पंजाब में 27 अक्टूबर से 2 नवंबर के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पंजाब में पिछले लगभग 6 माह से कोई भी महीना ऐसा नहीं रहा जब सामान्य या सामान्य से अधिक वर्षा हुई हो। इस वर्ष अक्टूबर में अब तक पंजाब पूरी तरह से शुष्क बना रहा। अक्टूबर के आखिर में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कभी-कभी पंजाब में बारिश की गतिविधियां देखी जाती हैं। लेकिन अब तक कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में नहीं आया जिससे अब तक बारिश नहीं हुई।
इस सप्ताह भी पंजाब में मौसम शुष्क रहने की संभावना है बारिश के कोई भी आसार नजर नहीं आ रहे हैं। दिन और रात के तापमान में हल्की गिरावट होने की संभावना है जिससे सुबह तथा रात में सर्दी की शुरुआत हो सकती है। हालांकि दोपहर में हल्की गर्मी अभी जारी रहेगी।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
शुष्क मौसम की संभावना को देखते हुए सुझाव है कि गोभी-सरसों की बिजाई अक्तूबर के आखिर तक पूरी कर लें। बिजाई के लिए उन्नत किस्में हैं जी.एस.सी-7, जी.एस.सी-6, हयोला पी.ए.सी 401, जी.एस.एल-1 व जी.एस.एल-2 हैं।
राया की बिजाई के लिए भी समय उचित है। बीजो का चुनाव गिरिराज, आर.एल.सी-3, पी.बी.आर-357, पी.बी.आर-210, पी.बी.आर-97 व पी.बी.आर-91 आदि किस्मों में से करें।
गेहूँ की बुआई के लिए खेतों को तैयार करें और बुआई से पहले वाली सिंचाई अब कर दें। गेहूँ की बुआई के लिए अक्तूबर के अंतिम सप्ताह से नवम्बर के अंतिम सप्ताह तक का समय उचित है। उन्नत किस्में हैं पी.बी.डबल्यू-550 तथा पी.बी.डबल्यू-550 आदि। बीज की 45 किग्रा मात्रा प्रति एकड़ रखें। बाकी सभी किस्मों की बुवाई के लिए बीज दर 40 कि.ग्रा. प्रति एकड़ रखें।
बुआई से पहले बीज को रक्सिल ई.ज़ी. या ओरियस से 13 मि.ली. प्रति 400 मि.ली. पानी के घोल से उपचारित करें। मटर की बिजाई का भी उपयुक्त समय चल रहा है। बिजाई के लिए पंजाब-89 व मीठी फली आदि किस्मों का चयन करें, प्रति एकड़ 30 कि.ग्रा. बीज का प्रयोग करें। बिजाई करते समय पंक्तियों के बीच कि दूरी 30 से.मी. और पौधों के बीच की दूरी 10 से.मी. रखें।
Image Credit: Scroll.in
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