आइए जानते हैं पंजाब में 12 मई से 18 मई के बीच कैसा रहेगा मौसम का हाल। और क्या है पंजाब के लिए फसलों से जुड़ी सलाह।
पिछले कुछ दिनों से पंजाब के अधिकांश इलाकों में गरज के साथ प्री-मॉनसून वर्षा आंधी जैसी गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। इस सप्ताह के शुरुआती दिनों में भी पंजाब में बारिश की संभावना है।
उत्तर भारत में आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब के अधिकांश इलाकों में 14 मई तक हल्की से मध्यम बारिश तथा गरज के साथ बौछारें गिरने की संभावना है। 15 से 17 मई के बीच वर्षा की गतिविधियों में काफी कमी आएगी तथा तापमान बढ़ने लगेंगे। हालांकि लू का प्रकोप दिखाई नहीं देगा परंतु गर्मी काफी ज्यादा बढ़ जाएगी।
सप्ताह के अंतिम दिन 18 मई को एक बार फिर वर्षा की गतिविधियों में हल्की वृद्धि होने की संभावना है।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
संभावित बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सलाह है कि सिंचाई और छिड़काव जैसे कम अभी न करें। साथ ही फसलों और अन्य उत्पादों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। 18 मार्च से मौसम साफ़ होने का अनुमान है, तब आप कपास की बिजाई का काम करें तथा खेतों से खरपतवारों निकालें, ताकि फसलों में सफ़ेद मक्खी का प्रकोप न हो। सिट्रस के पौधों में अगर ज़िंक (जस्ते) की कमी हो तो 0.3% ज़िंक सल्फेट के घोल का छिड़काव करें।
किसानों को सुझाव है कि गेहूं की कटाई के बाद इसके अवशेषों को न जलाएँ, बल्कि उसे खेत की मिट्टी में ही मिला दें।
टमाटर की फसल में इस समय ब्लाइट रोग का प्रकोप हो सकता है, इसकी रोकथाम के लिए 600 ग्राम इंडोफिल एम-45 को 200 लीटर में घोलकर प्रति एकड़ छिड़काव करें। मेंथा की फसल में मिट्टी की नमी के अनुसार हल्की सिंचाई करें। सब्जियों की फसलों में मौसम के अनुसार सप्ताह के अंतराल पर सिंचाई करें।
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