पंजाब में रुक-रुक कर प्री-मॉनसून वर्षा हो रही है। बीते हफ्ते में पंजाब के कई हिस्सों में वर्षा हुई है। लेकिन आपको बता दें कि यह यानि 3 मार्च से 9 मार्च के बीच राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश होने वाली है। 4 मार्च की शाम से मौसम बदलेगा जब पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में कश्मीर पर पहुंचे और इसके प्रभाव से राजस्थान पर सर्कुलेशन बनेगा।
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इस सप्ताह पंजाब में भारी बारिश की संभावना:
साल 2020 की पहली भारी बारिश इसी सप्ताह देखने को मिलेगी। अनुमान है कि 5 से 7 मार्च के बीच पंजाब के अधिकांश भागों में बारिश होगी। बारिश के साथ ओले गिरने, तेज़ हवाएँ चलने, बादलों की गर्जना होने की आशंका है। इसमें 5 और 6 को बारिश चरम पर होगी।
उत्तरी इलाकों में अमृतसर, जालंधर और पठानकोट से लेकर लुधियाना, बरनाला, मोगा, पटियाला, शहीद भगत सिंह नगर, रूपनगर समेत कई ज़िले प्रभावित हो सकते हैं। पश्चिम में फाजिल्का, फ़रीदकोट और श्रीमुक्तसर साहिब में भी अच्छी बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है।
पंजाब के किसानों के लिए फसल सलाह
वर्षा व ओलावृष्टि की संभावना को देखते हुए किसानों को सलाह है खड़ी फसलों और नर्सरी आदि की सुरक्शित करने के उपाय करें। खेतों में नालियाँ बनाएँ ताकि अधिक बारिश की स्थिति में पानी की निकासी हो सके। कटी फसलों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर रखें।
भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका को देखते हुए इस सप्ताह बुआई और रोपाई आदि की गतिविधियां रोक दें।
इस मौसम में सरसों की फसल में सफ़ेद रोली का प्रकोप बढ़ने की संभावना होती है। इसलिए फसलों की नियमित निगरानी करते रहें। अगर रोग के लक्षण पाये जाते हैं तो मौसम साफ हो जाने पर 250 मिली रीडोमिल गोल्ड को 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।
गेहूँ की फसल में आर्मी-वर्म का प्रकोप भी इस मौसम में हो सकता है। इसके नियंत्रण के लिए 400 मि.ली. एकालक्स 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़कें।
Image credit: Mail Today
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