पंजाब में मार्च महीने में काफी अधिक बारिश हुई है। राज्य के ज़्यादातर जिलों में मार्च के शुरुआती दो हफ्तों में सामान्य से ज़्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। हालांकि 15 मार्च से राज्य में मौसम शुष्क है। इस सप्ताह यानि 17 से 23 मार्च के बीच भी पंजाब में भी अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क बना रहेगा।
इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आएगा। इस सिस्टम के प्रभाव से 20 और 21 मार्च को पंजाब के उतरी तथा पश्चिमी जिलों में छिटपुट बारिश हो सकती है। हालांकि यह बारिश पिछले सप्ताह जितनी तेज़ नहीं होगी और ओलावृष्टि की भी आशंका नहीं है, जिससे किसी तरह के बड़े नुकसान की आशंका फिलहाल नहीं है।
उत्तरी और पश्चिमी भागों को छोड़कर पंजाब के भागों सभी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
फसलों के लिए फसल सलाह
मुख्यतः शुष्क मौसम को देखते हुए किसानों को सलाह है कि फसलों की नियमित निगरानी करते रहें। मौसम की ऐसी परिस्थियों में फसलों में कीटों और रोगों का प्रकोप बढ़ सकता है। रोकथाम के लिए उचित उपाय करें व साफ मौसम की स्थिति में दवाओं का छिड़काव करें।
गेहूँ की फसल में आर्मी-वर्म का प्रकोप होने पर 1 मि.ली. टिल्ट प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़कें। राया की फसल में सफ़ेद रोली का प्रकोप पाए जाने पर रिडोमिल को 250 ग्राम 100 लीटर पानी में मिलाकर छिड़कें। चाइनीज़ पत्ता गोभी में एफीड का प्रकोप बढ़ सकता है, इसकी रोकथाम के लिए 40 ग्राम एकटारा या 400 मिली रोगर को 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ साफ मौसम में छिड़कें।
खरीफ सीज़न में प्याज़ की नर्सरी लगाने के लिए यह समय उपयुक्त है। साफ मौसम में बुवाई करें। एक एकड़ में एग्री फाउंड डार्क किस्म के बल्ब सेट लगाने के लिए 5 कि.ग्रा. बीज की नर्सरी लगाएँ।
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